
पानीपत : भारत के सचिन यादव ने गुरुवार को विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के भाला फेंक फाइनल में ओलंपियन नीरज चोपड़ा को पछाड़ते हुए चौथा स्थान हासिल किया। नीरज की हार से उनके फैंस निराश हैं, लेकिन उनके चाचा भीम चोपड़ा ने कहा कि नीरज के प्रयासों पर पूरे परिवार को गर्व है।
भीम चोपड़ा ने कहा, “नीरज ने जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। खेल में हार-जीत लगी रहती है, लेकिन उसका संघर्ष और मेहनत हमेशा प्रेरणादायक रहेगा। देशवासियों का प्यार उन्हें लगातार मिल रहा है। भविष्य में नीरज और अच्छी तैयारी के साथ मैदान में उतरेंगे और बेहतर प्रदर्शन करेंगे।”
उन्होंने बताया कि डायमंड लीग के बाद नीरज के शरीर में कुछ समस्याएं थीं, जिसके कारण वह अपनी पूरी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाए। भीम चोपड़ा ने 2012 लंदन ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट वालकोट का उदाहरण देते हुए कहा, “एक खिलाड़ी वर्षों बाद भी विश्व चैंपियन बन सकता है। यह नीरज और अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है।”
कोचिंग और तकनीकी पहलुओं पर भी उन्होंने कहा कि नीरज के पुराने कोच की तकनीक और नए कोच की तकनीक में अंतर है, लेकिन नीरज समझदार और मेहनती खिलाड़ी हैं और जल्द ही पूरी तरह एडजस्ट हो जाएंगे।
भीम चोपड़ा ने कहा, “कई बड़े खिलाड़ी जो 90 मीटर थ्रो करते थे, वे इस बार टॉप 10 में जगह नहीं बना सके। यह साबित करता है कि खेल में निरंतरता और समर्पण कितना जरूरी है। हम नीरज के प्रयासों से संतुष्ट हैं। हार-जीत खेल का हिस्सा है और इससे कोई खिलाड़ी छोटा नहीं होता। सचिन यादव के रूप में देश को एक और शानदार खिलाड़ी मिला है।”