
Shahjahanpur : स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं की पुरानी जमा सिक्योरिटी राशि बकाया बिल में समायोजित की जाएगी या फिर उनके प्रीपेड खाते में क्रेडिट कर दी जाएगी। इसके लेकर बिजली विभाग का नया आदेश आ गया है। बिजली विभाग का कहना है कि अगर किसी उपभोक्ता की सिक्योरिटी मनी 700 रुपए है और उपभोक्ता का पुराना बकाया बिल 2000 रुपए है तो समायोजन के बाद 1300 रुपए का ही भुगतान करना होगा।
विद्युत उपभोक्ता अपने पुराने पोस्टपेड बिल का बकाया एकमुश्त या किश्तों में भी कर सकते हैं। इसके लिए विभागीय काउंटर, यूपीपीसीएल स्मार्ट कंज्यूमर ऐप, अथवा ऑनलाइन www.uppcl.org पर भी किया जा सकता है।
प्रीपेड मीटर में बदलने के बाद रिचार्ज करना अनिवार्य होगा। इसके लिए 30 दिन का ग्रेस पीरियड भी दिया जा रहा है। इन्ही 30 दिनों के भीतर आपको अपना रिचार्ज करना होगा। प्रीपेड रिचार्ज के लिए विभागीय काउंटर, मोबाइल ऐप, www.uppcl.org, Paytm, G-PAY, जनसुविधा केंद्र आदि माध्यम भी उपलब्ध हैं।
चूंकि पहले का पोस्टपेड अवधि का बकाया भुगतान और रीचार्ज दोनों ही करना है। ऐसे में उपभोक्ता को भ्रम हो सकता है कि बिल अधिक आया है। जबकि ऐसा नहीं है। बिल पूरी तरह से आपके बिजली के उपयोग पर आधारित है। स्मार्ट मीटर प्रीपेड होने के बाद इसके रिचार्ज करने पर 2% की छूट दी जाती है। यानी स्मार्ट मीटर सस्ते हैं।
अगर एकमुश्त भुगतान नहीं किया जाता है तो बकाए पर ब्याज (लेट पेमेंट सर चार्ज) लगाया जाएगा। घरेलू कनेक्शन के अलावा अन्य सभी उपभोक्ताओं को हर रिचार्ज पर बकाए के विरुद्ध 25% राशि समायोजित की जाएगी।
उपभोक्ता को बचे हुए प्रीपेड बैलेंस और पोस्टपेड बैलेंस की जानकारी महीने की शुरुआत में मोबाइल पर मैसेज के जरिए मिल जाएगी। रिचार्ज का 30%, 10% एवं शून्य बैलेंस होने पर बिजली काटने से पहले तीन बार जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा प्रत्येक रिचार्ज, बिल भुगतान एवं बिजली कटने की जानकारी एसएमएस के माध्यम से दी जाएगी।
शाम को 6 बजे से सुबह के 8 बजे के बीच ग्रेस पीरियड के दौरान इमरजेंसी क्रेडिट अवधि, सार्वजनिक अवकाश एवं रविवार को प्रीपेड उपभोक्ता की बिजली नहीं काटी जाएगी। बैलेंस समाप्त होने के बाद भी 3 दिन का अतिरिक्त समय दिया जाएगा।
स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को रियल-टाइम डेटा प्रदान करता है, जिससे वे अपनी ऊर्जा खपत को मॉनिटर और नियंत्रित कर सकते हैं। इससे गलत बिजली बिल की संभावना खत्म हो जाती है और उपभोक्ता ऑनलाइन माध्यम से अपनी खपत पर नजर रख सकते हैं। इसके अलावा, स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को बिजली कटौती की जानकारी पहले से उपलब्ध कराता है और लोड मैनेजमेंट की सुविधा भी देता है, जिससे अधिक खपत होने पर अलर्ट मिलता है।
क्या बोले विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता…
विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता जागेश कुमार ने बताया कि
“स्मार्ट मीटर बिजली चोरी रोकने का एक महत्वपूर्ण और प्रभावी विकल्प है। अतः मैं सभी सम्मानित उपभोक्ताओं से आग्रह करता हूँ कि स्मार्ट मीटर अवश्य लगवाएँ और ऊर्जा संरक्षण में अपना सहयोग दें।