
नई दिल्ली : टोक्यो में चल रहे वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में गुरुवार को भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा का लगातार टॉप-2 में रहने का अद्भुत सिलसिला थम गया। नीरज इस टूर्नामेंट में डिफेंडिंग चैंपियन थे। वह 84.03 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो ही कर पाए और आठवें स्थान पर रहे।
इस प्रदर्शन के साथ नीरज का 26 लगातार प्रतियोगिताओं में टॉप-2 में फिनिश करने का रिकॉर्ड टूट गया। उनका यह स्वर्णिम सफर जून, 2021 से शुरू हुआ था, जब उन्होंने फिनलैंड के कोर्टाने गेम्स में तीसरा स्थान हासिल किया था। इसके बाद से हर टूर्नामेंट में नीरज या तो पहला या दूसरा स्थान लेकर ही लौटे।
नीरज का यह सफर टोक्यो ओलंपिक 2021 से लेकर पेरिस ओलंपिक 2024 और कई डायमंड लीग्स तक फैला। इस दौरान उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियाई खेल, ओलंपिक और दर्जनों अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में स्वर्ण और रजत पदक हासिल किए।
हालांकि, टोक्यो में मिली इस नाकामी ने उनके सिलसिले को तोड़ दिया, लेकिन नीरज का अब तक का सफर भारतीय एथलेटिक्स के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उनके प्रदर्शन ने न सिर्फ भारत को विश्व एथलेटिक्स मानचित्र पर ऊंचाई दी है, बल्कि नई पीढ़ी को प्रेरणा भी दी है।
अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि नीरज इस झटके के बाद कैसे वापसी करते हैं और आने वाले टूर्नामेंटों में अपने दमदार प्रदर्शन से एक बार फिर देश का तिरंगा फहराते हैं।















