
Gwalior News : ग्वालियर कलेक्ट्रेट में एक महिला ने सबलगढ़ के एसडीएम अरविंद माहौर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला ने कहा कि SDM उसकी बेटी को फोन पर परेशान करते हैं, आए दिन गंदे मैसेज भेजते हैं। जब बेटी ने इस बात का विरोध किया, तो सबलगढ़ में उसके देवर को घर बुलाकर धमकाया गया। इसके बाद मामला तूल पकड़ने पर, एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
ग्वालियर के चंदन नगर की रहने वाली महिला अपने देवर के साथ मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंची। वहां उसने सबलगढ़ के एसडीएम अरविंद माहौर पर उसके परिवार को परेशान करने का आरोप लगाया। महिला ने यह भी बताया कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला, तो पूरा परिवार सुसाइड कर लेगा। महिला मूल रूप से सबलगढ़ की निवासी है, लेकिन अब अपने परिवार के साथ ग्वालियर में रह रही है।
महिला ने पत्रकारों को बताया कि एसडीएम अरविंद माहौर उसकी बेटी को फोन पर परेशान करते हैं और गंदे मैसेज भेजते हैं। जब बेटी ने इसका विरोध किया, तो एसडीएम ने उसके देवर को घर बुलाकर धमकाया। देवर ने इस घटना का वीडियो भी बनाया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
हालांकि, कलेक्टर को दिए ज्ञापन में परिवार को तंग करने का आरोप लगाया गया है। कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए, एसडीएम अरविंद माहौर को हटा कर कलेक्ट्रेट में डिप्टी कलेक्टर पदस्थ कर दिया है। अब सबलगढ़ की नई एसडीएम मेघा तिवारी होंगीं।
दरअसल, महिला अपने सबलगढ़ में रहने वाले देवर के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची थी। ज्ञापन में देवर ने कहा कि एसडीएम अरविंद माहौर उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं। उन्होंने बताया कि, पिछले पांच सितंबर को एसडीएम उनके दुकान पर आए और कहा- “तुझे आवास पर बुलाया तो नहीं आया, चुपचाप आ जाना, नहीं तो तेरे परिवार का बुरा कर दूंगा।” जब देवर एसडीएम के बंगले पर गया, तो वहां उसने सुना कि एसडीएम ने कहा- “तेरे भाई, भाभी और भतीजी को ज्यादा गर्मी चढ़ी है,” और गालियां दीं।
देवर ने अपनी मोबाइल में इस हरकत का वीडियो भी रिकॉर्ड किया है, लेकिन लाज के कारण शिकायत नहीं की। अब लगातार उसके परिवार को धमकाया जा रहा था, इसीलिए महिला अपने देवर के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची। महिला ने खुलकर कहा कि एसडीएम उसका बेटी को रात को मैसेज भेजते हैं, और पिछले एक साल से यही चल रहा है। नंबर बदलने के बाद भी, एसडीएम ने उनके परिवार को परेशान करना जारी रखा है।
एसडीएम अरविंद माहौर का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है। छह सितंबर को, तहसील के चपरासी सियाराम आदिवासी ने आरोप लगाया कि एसडीएम ने बंगले पर बुलाकर उसकी मारपीट की, क्योंकि उसने रात 12 बजे उनके फोन का जवाब नहीं दिया था। इस मामले की जांच पुलिस कर रही है। इससे पहले, एसडीएम ने एक निजी होटल के गार्ड का फोन तोड़ने और उससे अभद्रता करने का भी आरोप झेला है।
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