
- सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन, कई मांगे और भी उठाई
Sitapur : उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर सीतापुर में हजारों की संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाओं ने प्रदर्शन किया। प्रांतीय उपाध्यक्ष और जिलाध्यक्ष रवींद्र दीक्षित के नेतृत्व में ये शिक्षक जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा।
यह प्रदर्शन हाल ही में उच्चतम न्यायालय के एक निर्णय के बाद शिक्षकों में पैदा हुए भ्रम को लेकर किया गया। खबरों के मुताबिक, 25 अगस्त 2010 से पहले नियुक्त शिक्षकों के लिए भी अब अध्यापक पात्रता परीक्षा (टी.ई.टी.) पास करना अनिवार्य हो गया है। ऐसा न करने पर उनकी अनिवार्य सेवानिवृत्ति हो सकती है।
रवींद्र दीक्षित ने कहा कि भारत सरकार के अधीन 25 अगस्त 2010 और उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन 29 जुलाई 2011 से पहले नियुक्त शिक्षकों को सेवा में बने रहने या पदोन्नति के लिए टी.ई.टी. पास करना आवश्यक नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के फैसले से शिक्षकों में अनावश्यक भ्रम और डर पैदा हो रहा है।
जिला मंत्री हंसराज वर्मा ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई, तो वे प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर दिल्ली में भी धरना देंगे। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में शिक्षकों ने भाग लिया, जिसमें डॉ अनुपम मिश्रा, उमेश सिंह, अश्वनी सिंह पिसावां, शिवसागर वर्मा, पवन सिंह, गिरजेश अवस्थी, दिनेश मिश्रा, ज्ञान वर्मा, अश्वनी सिंह एलिया, अजय सिंह,रत्नेश मिश्रा, जंगबहादुर वर्मा, नसीर अहमद, अनवर हुसैन विनय गिहार, महेशपाल सिंह, अमित त्रिपाठी, प्रदीप वर्मा, राजेश गुप्ता, अमित त्रिवेदी, चंद्रशेखर द्विवेदी, राजेश गुप्ता, पवन त्रिपाठी, राधेश्याम यादव, सुनील बाजपेयी, पंकज शाक्या, गरिमा रंजन, प्रदीप मिश्रा, अजीत सिंह, मदन लाल, सुरजीत सिंह, सपना भारती,आलोक श्रीवास्तव, विजय शंकर सिंह, अमित शुक्ला, लक्ष्मी गोयल, उमेश शुक्ला, सुशील कुमार, ललित बिहारी, श्रीपाल व हजारो की संख्या में शिक्षक मौजूद है।