
मासूम बच्चों को सुधरने के बजाए बिगड़ैल बना रहा फ्री फायर गेम
कहीं पर ऑनलाइन गेम खेलने को लेकर बच्चे खुदकुशी कर ले रहे तो कहीं पर मां को उतारा मौत के घाट
अपराधियों जैसा सुलूक करता है ऑनलाइन गेमिंग खेल
लखनऊ। मोहनलालगंज क्षेत्र स्थित धनुआ सांड गांव निवासी 14 वर्षीय कक्षा छह के छात्र यश को फ्री फायर गेम की लत ऐसी पड़ी कि वह पिता की गाढ़ी कमाई गंवाने के बाद खुदकुशी कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। बीते दिनों और सोमवार को हुई इस घटना से यही निकल कर आ रहा है कि मोबाइल फोन पर चल रही ऑनलाइन गेमिंग, पब्जी, फ्री फायर जैसी गेम बच्चों को सुधारने के बजाए उन्हें क्रूर बना रही है।
इस आनलाइन गेमिंग के चलते राह से भटके बच्चों के भविष्य के लिए मोबाइल फोन पर चल रहे अनाप-शनाप गेमिंग रोकने के लिए कानूनी बदलाव तो बहुत किए गए, लेकिन इसका अनुपालन न कर आनलाइन गेमिंग चलाने वाली कंपनियां मनमाना रवैया अपना रही है, नतीजतन कईयों घरों का चिराग बुझ गया। जानकार बताते हैं कि इस पर सुधार नहीं हुआ तो बच्चों का भविष्य और खतरे में हो सकता है।
25 अगस्त 2025 को गोमतीनगर क्षेत्र में इंटर के छात्र सिद्धार्थ को गेम की लत ऐसी सवार हुई घरवालों ने विरोध किया तो आत्महत्या कर ली।
27 जुलाई 2025 को आशियाना इलाके में आठवीं के छात्र जफेद बाघ ने खुदकुशी कर ली।
आठ जून 2022 को पीजीआई के पंचम खेड़ा यमुना पुरम में रहने वाले 16 वर्षीय किशोर को मां ने गेम खेलने से मना किया तो पिता की लाइसेंसी पिस्टल से मां को गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया।
इन मामलों की चर्चा खत्म भी नहीं हुई थी कि अब मोहनलालगंज क्षेत्र के धनुआ सांड गांव निवासी 14 वर्षीय किशोर को फ्री फायर जैसी गेम की लत ऐसी सवार हुई कि पिता की 14 लाख रुपए हार गया।
इसकी जानकारी मिलते ही पिता ने फटकार लगाई तो कक्षा छह के छात्र यश ने खुदकुशी कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर।
इस मामले चिनहट कस्बा निवासी सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद शफीक ( बाबा ) का कहना है इस दौर में जिस तरह मोबाइल फोन पर अनाप-शनाप गेमिंग चल रही है इन पर सरकार द्वारा रोक लगाने की जरूरत है, ताकि मासूम बच्चों का भविष्य खतरे में न पड़े।
उन्होंने मोहनलालगंज क्षेत्र में हुई घटना का हवाला देते हुए कहा कि मोबाइल फोन पर चल रही गेमिंग का ही नतीजा है कि मासूम छात्र ने आत्महत्या कर लिया। मोहम्मद शफीक बाबा कहते हैं कि अभी उस मासूम की खेलने कूदने की उम्र थी लेकिन फ्री फायर गेमिंग की लत ने हमेशा के लिए माता-पिता से जुदा कर दिया।