
चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी योजना दीनदयाल लाडो लक्ष्मी को लागू करने की तैयारियां तेज कर दी हैं। इस योजना का उद्देश्य राज्य की कम आय वाली महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। योजना का एप सोमवार से ट्रायल के लिए सक्रिय कर दिया गया है और लाभार्थियों का डाटा भी तैयार है।
योजना की प्रमुख बातें
- लाभार्थी संख्या: 20,97,256 महिलाएं जिनका वार्षिक पारिवारिक आय एक लाख रुपये से कम है।
- लॉन्च तारीख: 25 सितंबर से एप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन शुरू।
- लाभ राशि: प्रत्येक लाभार्थी को हर महीने 2,100 रुपये प्रदान किए जाएंगे। इस योजना से सरकार पर सालाना 5,000 करोड़ रुपये का वित्तीय बोझ पड़ेगा।
- मुख्य शर्त: परिवार की हरियाणा में कम से कम 15 साल की रिहाइश हो।
लाभार्थियों के ग्रुप
- पहला ग्रुप: 23-45 साल की अविवाहित महिलाएं – कुल 2,82,635 लाभार्थी।
- दूसरा ग्रुप: 23-60 साल की विवाहित महिलाएं।
- 45 साल से ऊपर अविवाहित महिलाओं को राज्य सरकार पहले ही पेंशन देती है।
- 60 साल के बाद विवाहित महिलाओं को बुढ़ापा पेंशन मिलती है।
जिलों के अनुसार लाभार्थी संख्या
- सबसे ज्यादा: नूंह – 1,51,939
- सबसे कम: गुरुग्राम – 27,919
- अन्य जिलों में लाभार्थी:
- अंबाला – 88,592
- दादरी – 44,514
- फतेहाबाद – 1,07,644
- फरीदाबाद – 56,169
- झज्जर – 52,622
- जींद – 1,28,932
- कैथल – 99,736
- महेंद्रगढ़ – 85,210
- पलवल – 77,388
- पंचकूला – 38,946
- पानीपत – 98,706
- रेवाड़ी – 67,688
- करनाल – 1,28,450
- यमुनानगर – 1,37,853
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और विशेष अभियान
लाभार्थियों को एप के माध्यम से स्वयं रजिस्ट्रेशन करना होगा। अब परिवार पहचान पत्र में आय कम करवाने का विकल्प बंद कर दिया गया है। हरियाणा सरकार की टीमें हर जिले में जाकर लाभार्थियों को योजना के बारे में जानकारी दे रही हैं और रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित कर रही हैं।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने योजना को घोषणा के एक साल के भीतर लागू कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य राज्य की सभी पात्र महिलाओं तक इस योजना का लाभ पहुँचाना है।
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