Jhansi : ललितपुर के किसानों की समस्या पर सांसद सख्त, कहा ‘प्राथमिकता पर मिले उर्वरक’

  • सांसद ने उठाई किसानों की आवाज़ – मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मांगा तत्काल सर्वे और मुआवज़ा

Jhansi : जनपद के किसानों की समस्याओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सांसद अनुराग शर्मा ने जिलाधिकारी झाँसी एवं ललितपुर को पत्र लिखकर उर्वरक वितरण व्यवस्था में आ रही बाधाओं के शीघ्र समाधान की माँग की है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अतिवृष्टि के कारण खरीफ की दलहन-तिलहन फसलें जैसे मूंगफली, उर्द, मूंग, सोयाबीन आदि लगभग पचासी प्रतिशत तक नष्ट हो चुकी हैं। वहीं धान की बुवाई का क्षेत्रफल विगत वर्ष की तुलना में चार गुना अधिक हो गया है, जिसके चलते डी.ए.पी. और यूरिया की मांग में भी भारी वृद्धि हुई है।

भारत सरकार द्वारा राज्य में खरीफ-2025 एवं रबी सीजन हेतु उर्वरकों की उपलब्धता सामान्य बताई गई है, किंतु सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों तक वितरण की प्रक्रिया कर्मचारियों की कमी और संसाधनों की सीमितता के कारण प्रभावित हो रही है। इसके चलते किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, जिससे उनके बीच आक्रोश की स्थिति उत्पन्न हो रही है और आशंका है कि अराजक तत्व इस स्थिति का लाभ उठाकर वातावरण को बिगाड़ सकते हैं। सांसद ने जिलाधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे सहकारी समितियों की समस्याओं का त्वरित निदान कराते हुए छोटे एवं सीमांत किसानों को प्राथमिकता पर उर्वरक उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें तथा पूरी व्यवस्था का सघन पर्यवेक्षण स्वयं करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों की समस्याओं को युद्ध स्तर पर निपटाना आवश्यक है और शासन के निर्देशों के अनुरूप उर्वरक वितरण में किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जानी चाहिए।

इसी क्रम में सांसद अनुराग शर्मा ने किसानों के हित में एक और महत्वपूर्ण पहल करते हुए मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश शासन, लखनऊ को भी पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि जनपद झाँसी एवं ललितपुर में खरीफ की फसलों के अतिवृष्टि से प्रभावित होने के कारण जिलाधिकारियों द्वारा सर्वे रिपोर्ट तैयार कर भेज दी गई है, किंतु उसके बाद भी किसानों को फसल बीमा का भुगतान अब तक नहीं किया गया है।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत सरकार द्वारा सम्बन्धित बीमा एजेंसियों को धनराशि पहले ही निर्गत कर दी गई है, बावजूद इसके प्रभावित किसानों को खरीफ-1432 के अंतर्गत बीमा की धनराशि उपलब्ध नहीं हो सकी है। इस स्थिति को देखते हुए सांसद ने मुख्य सचिव से अनुरोध किया है कि वे बीमा कम्पनियों, जिलाधिकारियों तथा कृषि विभाग के अधिकारियों को तत्काल निर्देश जारी कराएं ताकि प्रभावित किसानों को शीघ्रातिशीघ्र बीमा की धनराशि प्राप्त हो सके।

सांसद अनुराग शर्मा ने पुनः आश्वस्त किया है कि किसानों के हितों की रक्षा करना ही उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं निरंतर प्रयासरत हैं कि किसानों को समय पर उर्वरक उपलब्ध हो और उनकी खराब हुई फसलों की भरपाई बीमा योजनाओं के अंतर्गत शीघ्र सुनिश्चित की जाए।

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