गूगल पर पेंसके मीडिया का मुकदमा : AI ओवरव्यू में बिना अनुमति कंटेंट इस्तेमाल का आरोप

नई दिल्ली : गूगल अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सर्च फीचर AI ओवरव्यू को लेकर कानूनी विवादों का सामना कर रहा है। मशहूर पत्रिकाओं रोलिंग स्टोन, वैरायटी और बिलबोर्ड की मालिक पेंसके मीडिया ने गूगल पर मुकदमा दायर किया है। पेंसके का आरोप है कि गूगल उनकी वेबसाइट का कंटेंट बिना अनुमति इस्तेमाल कर रही है, जिससे उनकी साइटों पर ट्रैफिक कम हुआ और विज्ञापन से होने वाली आमदनी प्रभावित हुई।

मुकदमे में कहा गया है कि पेंसके की साइट से जुड़े लगभग 20% कंटेंट अब AI ओवरव्यू में दिखाई देता है और यह प्रतिशत भविष्य में और बढ़ सकता है। पेंसके का दावा है कि 2024 तक उनका संबद्ध राजस्व अपने उच्चतम स्तर से एक तिहाई से अधिक घट गया। वहीं, गूगल ने इन आरोपों को गलत बताया और कहा कि AI ओवरव्यू से विभिन्न साइटों पर ट्रैफिक बढ़ता है।

यह पहला मौका है जब किसी बड़े अमेरिकी प्रकाशक ने गूगल की AI सर्च सेवाओं के खिलाफ कानूनी कदम उठाया है। इससे पहले इसी साल की शुरुआत में शैक्षिक तकनीक कंपनी चेग ने भी AI ओवरव्यू को लेकर मुकदमा किया था, जिसमें उनकी वेबसाइट पर ट्रैफिक और आमदनी में कमी होने का दावा किया गया।

गूगल के अलावा अन्य AI कंपनियां भी कॉपीराइट विवादों में फंसी हुई हैं। 2023 में न्यूयॉर्क टाइम्स ने OpenAI पर मुकदमा किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि उनके लेख बिना अनुमति चैटबॉट को सिखाने में इस्तेमाल हुए। हाल ही में एंथ्रोपिक कंपनी ने इस तरह के विवादों को सुलझाने के लिए लगभग 120 अरब रुपये का समझौता किया। ये घटनाएं दिखाती हैं कि AI कंपनियों के लिए कॉपीराइट और कंटेंट संबंधित मुद्दे लगातार बड़े कानूनी खतरे बनते जा रहे हैं।

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