
- ₹500 समर्थन मूल्य, बकाया भुगतान, चीनी वितरण और जाम से निजात की रखी मांगें
Gola Gokarannath, Lakhimpur : गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन ने एक बार फिर आवाज बुलंद की है। संगठन की सामान्य सभा में किसानों से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर एक मांग पत्र तैयार किया गया, जिसे प्रस्ताव में सम्मिलित कर शासन को भेजे जाने की मांग की गई।
सभा की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष अंजनी कुमार दीक्षित ने की। उन्होंने कहा कि वर्तमान गन्ना पेराई सत्र शुरू होने से पहले उत्तर प्रदेश सरकार को चाहिए कि गन्ने का लाभकारी मूल्य कम से कम ₹500 प्रति कुंतल घोषित करे। उन्होंने कहा कि लागत लगातार बढ़ रही है, लेकिन मूल्य निर्धारण किसानों की अपेक्षाओं से बहुत पीछे है।
सभा में बजाज ग्रुप की ओर से पिछले पेराई सत्र का अभी तक पूरा भुगतान न किए जाने पर भी गहरी नाराजगी जताई गई। संगठन ने स्पष्ट कर दिया कि जब तक पिछला संपूर्ण भुगतान नहीं किया जाता, किसान आगामी सत्र में गन्ना आपूर्ति नहीं करेंगे।
इसके अलावा गन्ना विकास समिति से कर्ज लेकर खाद लेने वाले किसानों को राहत देते हुए संगठन ने मांग की कि उनका कर्ज आगामी सत्र में वसूला जाए, ताकि वर्तमान में उन पर आर्थिक दबाव न पड़े।
एक अन्य महत्वपूर्ण सुझाव में कहा गया कि इच्छुक किसानों को बजाज ग्रुप की ओर से हर माह एक क्विंटल चीनी घरेलू उपयोग के लिए दी जाए, ताकि महंगाई के इस दौर में उन्हें कुछ राहत मिल सके।
सभा में यह भी मुद्दा उठा कि गोला चीनी मिल शहर के भीतर स्थित है, जिससे पेराई सत्र के दौरान गन्ना लदे वाहनों के कारण शहर में भारी जाम की स्थिति बन जाती है। संगठन ने मांग की कि मिल प्रबंधन को चाहिए कि वह वाहनों की पार्किंग के लिए यार्ड की समुचित व्यवस्था करे ताकि शहर के यातायात पर असर न पड़े और किसानों व नागरिकों को परेशानी न हो।
सभा में मौजूद सभी डेलीगेट्स ने इन सभी सुझावों को एकमत से प्रस्ताव में शामिल करने की सहमति दी और शासन से जल्द कार्रवाई की मांग की।
जिला अध्यक्ष अंजनी कुमार दीक्षित ने कहा कि अगर किसानों की मांगों की अनदेखी की गई तो संगठन आंदोलनात्मक रुख अपनाने को बाध्य होगा। उन्होंने कहा कि किसान ही देश की रीढ़ हैं और उनकी अनदेखी अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी।