
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव से पहले भाजपा ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। सरकार, पार्टी संगठन और संघ के बीच बेहतर तालमेल के लिए राजधानी लखनऊ में भाजपा और संघ की पूर्वी क्षेत्र की समन्वय बैठक आयोजित की गई। बैठक में शिक्षा, समाज और संगठन से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।
समन्वय के लिए तीन नेताओं को मिली जिम्मेदारी
बैठक में सरकार, संगठन और संघ के बीच तालमेल मजबूत करने के लिए भाजपा के तीन नेताओं को जिम्मेदारी दी गई –
- धर्मपाल सिंह – मुख्यमंत्री स्तर के मामलों में समन्वय देखेंगे
- अमरपाल मौर्या – मंत्रियों से जुड़े मामलों का समन्वय
- कामेश्वर सिंह – संगठन से जुड़े मामलों का समन्वय
ये तीनों नेता संघ से जुड़े प्रकरण सरकार और संगठन तक पहुंचाकर उनका समाधान सुनिश्चित करेंगे।
बैठक के प्रमुख मुद्दे
- सामाजिक समूह की बैठक में सरकार-संघ-संगठन के बीच मिलकर काम करने पर सहमति बनी।
- शिक्षा समूह की बैठक में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में भाजपा-संघ की पैठ मजबूत करने की रणनीति बनी।
- छात्रों और शिक्षकों के बीच संपर्क बढ़ाने पर जोर दिया गया ताकि भविष्य में किसी विवाद की स्थिति को टाला जा सके।
सेवा पखवाड़ा पर भी चर्चा
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन (17 सितंबर) से लेकर गांधी जयंती (2 अक्टूबर) तक चलने वाले सेवा पखवाड़े को सफल बनाने की रूपरेखा पर भी चर्चा हुई। इस दौरान विभिन्न सामाजिक गतिविधियां आयोजित कर समाज के हर वर्ग तक पहुंचने और नए लोगों को जोड़ने की योजना बनाई गई।
बैठक में आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख कृपा शंकर, क्षेत्र प्रचारक अनिल कुमार, प्रांत प्रचारक कौशल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह समेत कई प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे।