
समरकंद, उज़्बेकिस्तान। भारतीय ग्रैंडमास्टर आर. वैशाली ने पूर्व विश्व चैंपियन मारिया मुजिचुक (यूक्रेन) को पराजित कर फिडे ग्रैंड स्विस शतरंज टूर्नामेंट के महिला वर्ग में 10वें और अंतिम से पहले दौर के बाद संयुक्त बढ़त हासिल कर ली।
वैशाली को पता था कि जीत ही उन्हें कैंडिडेट्स की दौड़ में बनाए रख सकती है। उन्होंने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया। सिसिलियन डिफेंस के स्वेश्निकोव वेरिएशन में खेलते हुए वह कुछ समय मुश्किल में पड़ीं, लेकिन दबाव में मारिया से हुई गलतियों का फायदा उठाते हुए वैशाली ने 42 चालों में मुकाबला अपने नाम कर लिया।
इस जीत से वैशाली 7.5 अंकों के साथ यूक्रेन की कतेरीना लाग्नो के साथ संयुक्त बढ़त पर पहुंच गईं। इनके ठीक पीछे चीन की झोंगयी तान, युशिन सॉन्ग और कजाखस्तान की बिबिसारा असाउबायेवा 7-7 अंकों के साथ पीछा कर रही हैं। यदि वैशाली अंतिम दौर में ड्रॉ भी करती हैं तो कैंडिडेट्स स्थान की उनकी संभावनाएं काफी मजबूत हो जाएंगी।
वहीं, ओपन वर्ग में भारतीय खिलाड़ियों की उम्मीदों को झटका लगा। अर्जुन एरिगैसी ने चीन के यू यांगयी से ड्रॉ खेला, जबकि निहाल सरीन भी उज़्बेकिस्तान के नादिरबेक अब्दुसत्तारोव को रोकने से आगे नहीं बढ़ सके। आर. प्रज्ञानानंद की कैंडिडेट्स में जगह बनाने की राह इस टूर्नामेंट से लगभग खत्म हो गई, क्योंकि उन्हें अमेरिका के हांस मोके नीमन से हार झेलनी पड़ी।
ओपन वर्ग में अब अलिरेजा फिरोज़जा (फ्रांस), जर्मनी के मथियास ब्लूबाउम और विंसेंट केमर, हॉलैंड के अनीश गिरी और नीमन 7-7 अंकों के साथ संयुक्त बढ़त पर हैं।
भारतीय खेमे में कैंडिडेट्स में जगह बनाने की सबसे मजबूत संभावना अब भी प्रज्ञानानंद की ही है, क्योंकि वह वर्षभर के प्रदर्शन के आधार पर क्वालीफाई करने की स्थिति में बने हुए हैं।