हैदराबाद के स्कूल में बड़े रैकेट का भंडाफोड़! नीचे बच्चों की क्लास और ऊपर ड्रग्स का कारोबार

Hyderabad : हैदराबाद के एक प्राइवेट स्कूल में पुलिस ने बड़े पैमाने पर ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें स्कूल के निदेशक समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। आरोपियों ने स्कूल की आड़ में अवैध ड्रग्स, विशेष रूप से अल्प्राजोलम नामक नशीली गोलियों का निर्माण कर रहे थे। पुलिस ने छापेमारी के दौरान करीब 7 किलो ड्रग्स और 21 लाख रुपये नकद भी बरामद किए हैं।

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के सिकंदराबाद इलाके के बोयनपल्ली में यह मामला सामने आया है। पुलिस की एलीट ग्रुप फॉर ड्रग लॉ एनफोर्समेंट (ईगल) टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर मेधा हाई स्कूल में छापेमारी की, जहां स्कूल को बंद कर बड़े पैमाने पर ड्रग्स बनाने का अवैध कारखाना चल रहा था। इस कार्रवाई में करोड़ों रुपये मूल्य की नशीली दवाओं की जब्ती हुई।

पुलिस के अनुसार, स्कूल के मालिक गौड़ ही इस अवैध कारोबार का मास्टरमाइंड है। उसने स्कूल को बंद कर दिया था और दिन के समय नशीली गोलियों और रसायनों का उत्पादन कर रहा था। शाम को वह ट्यूशन क्लासेस का बहाना बनाकर बच्चों को पढ़ाता था, ताकि किसी को शक न हो। छापेमारी के दौरान, स्कूल की पांच कक्षाओं में सामान्य पढ़ाई का माहौल था, लेकिन छठी कक्षा में ड्रग्स बनाने की मशीनरी और रसायन मिले।

इसके अतिरिक्त, पुलिस ने रिएक्टर, नकदी, और अन्य सामग्री भी जब्त की है। इस मामले में गौड़ समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का मानना है कि यह कार्रवाई सिकंदराबाद के ड्रग माफिया के लिए बड़ा झटका है और जांच जारी है, जिसमें और खुलासे होने की संभावना है।

इस घटना के बाद, स्थानीय रहवासी और अभिभावक चिंतित हो गए हैं क्योंकि यह स्कूल इलाके के बच्चों का प्रमुख केंद्र था। पुलिस ने आसपास के 26 स्कूलों और कॉलेजों को ड्रग्स के खतरे के प्रति सतर्क रहने और सतर्कता बरतने की चेतावनी दी है। यह मामला शिक्षा संस्थानों में ड्रग्स के प्रसार को रोकने के लिए सतर्कता और कड़ी निगरानी की आवश्यकता को उजागर कर रहा है।

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