दो मिनट में भरभरा कर गिरा दो कटरा, बलिया में 17 मकान गंगा में समा गए

यूपी के बलिया में गंगा नदी में आई भीषण बाढ़ का कहर जारी है। बैरिया तहसील के नदी पार की पंचायत पुरवा चक्की-नौरंगा में शनिवार को बड़ा नुकसान हुआ है। इस क्षेत्र में 17 मकान पूरी तरह से नदी में विलीन हो गए हैं, वहीं एक बाजार का कटरा भी बाढ़ के पानी में डूब गया है। इस कटरे में लगभग डेढ़ दर्जन दुकानें थीं, जो अब बाढ़ की चपेट में आकर नष्ट हो गई हैं। यह बाढ़ इस साल की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा के रूप में देखी जा रही है, जिसने ग्रामीणों को भारी नुकसान पहुंचाया है।

इसके साथ ही, इस वर्ष अब तक कुल 116 मकान गंगा नदी में समा चुके हैं, जिनमें से कई मकान बाढ़ के कहर से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। स्थानीय प्रशासन और बाढ़ राहत विभाग युद्ध स्तर पर राहत कार्य कर रहे हैं, लेकिन अब भी कई गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। लोगों का घर-बार और कृषि भूमि बाढ़ के पानी में डूब चुकी है, जिससे ग्रामीणों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

बाढ़ का यह संकट लगातार बना हुआ है, और लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के लिए तटीय इलाकों में सतर्कता बरतने और राहत सामग्री का वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। स्थानीय लोगों ने सरकार से जल्द से जल्द बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सहायता और मुआवजे की मांग की है।

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