
Jhansi : मोंठ तहसील क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से दिन-रात ड्रोन उड़ने की अफवाह ने ग्रामीण और शहरी इलाकों में चिंता का माहौल बना दिया था। कई लोगों ने अफवाहें उड़ानी शुरू कर दीं कि ड्रोन के माध्यम से लोगों की निगरानी की जा रही है, जबकि कुछ ने यह भी दावा किया कि रात में चोरी जैसी घटनाएं इसी ड्रोन के जरिए अंजाम दी जा रही हैं। इन अफवाहों के चलते क्षेत्रवासियों में भय और असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
इस पर मोंठ पुलिस क्षेत्राधिकारी अजय श्रोत्रीय ने स्पष्ट किया कि यह अफवाहें पूरी तरह गलत और फर्जी हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसी गलत अफवाहों पर ध्यान न दें और समाज में गलत जानकारी फैलाने वालों की पहचान कर पुलिस को सूचित करें।
वास्तविकता यह है कि उक्त ड्रोन गैस पाइपलाइन की सुरक्षा सर्वे के लिए उपयोग किए जा रहे हैं। गेल (इंडिया) लिमिटेड, जो भारत सरकार का महारत्न उपक्रम है और तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधीन कार्यरत है, देशभर में प्राकृतिक गैस का संचारण एवं वितरण करता है। कंपनी ने दिन में केवल पाइपलाइन के आर.ओ.यू. क्षेत्र की निगरानी हेतु ड्रोन कैमरा सर्वे की अनुमति प्राप्त की है।
गेल इंडिया लिमिटेड, झाँसी के प्रबंधक राहुल सिंह ने पुलिस को सूचित किया कि यह सर्वे केवल दिन के समय (शाम 6:00 बजे तक) किया जाएगा। इसका उद्देश्य भूमिगत गैस पाइपलाइन की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
गेल इंडिया ने पुलिस से मोंठ, समथर, शाहजहांपुर, चिरगांव, रक्सा एवं झाँसी क्षेत्र में ड्रोन सर्वे की अनुमति ली है ताकि क्षेत्रवासियों में कोई आशंका का वातावरण न बने।
इस स्पष्टीकरण के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। सीओ अजय श्रोत्रीय ने जोर देकर कहा कि किसी भी अफवाह पर विश्वास नहीं करना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए।
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