
सोनौली, महराजगंज। नेपाल में काठमांडू और पोखरा में बवाल ज्यादा होने के कारण वहां अभी भी भारतीय पर्यटक ज्यादा फंसे हैं, जिन्हें निकालने के लिए भारत सरकार हर संभव कोशिश कर रही है। वहीं, सोनौली स्थल मार्ग से करीब चार दिनों में 12 हजार यात्री भारत की सीमा में प्रवेश किए हैं, जिनमें नेपाली और भारतीय यात्री दोनों शामिल हैं।
एसएसबी इंस्पेक्टर अरुण पाण्डेय ने बताया कि बहुत से नेपाली भारत में रोजगार, चिकित्सा, पढ़ाई, घर, सरकारी नौकरी, बैंक और सेना में जाने के लिए सीमा का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, करीब 6000 भारतीय भी नेपाल के विभिन्न स्थानों पर घूमने, रिस्तेदारी या नौकरी के सिलसिले में सीमा से भारत आए हैं। उन्होंने कहा कि चार दिनों में करीब 92 ट्रक मालवाहक और पर्यटक नेपाल से भारत आए हैं।
दुर्गा गुप्ता पीपगंज ने बताया कि वह पालपा घूमने गए थे, लेकिन माहौल खराब होने के कारण होटल से निकलने की हिम्मत नहीं हुई। आज साधनों के मिलते ही सीमा पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि होटल मालिक ने फ्री खाना और रुकने की व्यवस्था की थी।
कैलाश गुरुंग बुटवल ने कहा कि उनका घर सिलोग भी है, वह बुटवल-पाटीदारी में मिलने आए थे। अब माहौल बेहतर होने के कारण वह शिलोग के लिए निकल रहे हैं।
राजू कृष्णा हैदराबाद ने बताया कि वह मिकुटिनाथ में फंस गए थे। कल नेपाली गाड़ी बुक कर के आज सीमा पर आए हैं। नेपाली नागरिकों ने बहुत मदद की और हिम्मत भी बढ़ाई। उन्होंने कहा कि पैसे की चिंता मत करो, हम आपके साथ हैं।
निशा, राहुल अग्रवाल, उदय विश्वकर्मा आदि यात्रियों ने कहा कि रास्ते में कहीं कोई परेशानी नहीं है, सिर्फ साधनों की कमी है।
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