
Lakhimpur Gola : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एक बार फिर लापरवाही और अमानवीय व्यवहार का शर्मनाक चेहरा सामने आया है। गरीब मजदूर किसान पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के.के. यादव की पुत्री रंजना यादव को जब प्रसव पीड़ा हुई, तो परिवार ने पूरी उम्मीद के साथ सरकारी अस्पताल का रुख किया, लेकिन वहां जो कुछ भी हुआ, उसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया।
जानकारी के अनुसार, रंजना यादव पत्नी मुकेश कुमार को दिनांक 6 सितंबर को सुबह 10 बजे गोला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहां मौजूद महिला चिकित्सक डॉ. यामिनी बादल ने कहा कि नॉर्मल डिलीवरी हो जाएगी, चिंता की बात नहीं।
लेकिन यह झूठी दिलासा तब तब्दील हो गई जब रात 12 बजे डॉक्टर ने साफ शब्दों में कह दिया अब कहीं और ले जाओ।
परिजन जब घबराए और पूछा कि अब कहां जाएं, तो जवाब में डॉ. यामिनी ने पुलिस बुलाने की धमकी दे दी। मौके पर मौजूद एक अन्य चिकित्सक डॉ. अजय वर्मा ने मरीज को दोबारा देखने का प्रयास किया, लेकिन महिला डॉक्टर ने किसी की नहीं सुनी।
गरीब मजदूर किसान पार्टी के अनुसार, यह कोई पहला मामला नहीं है। दिनभर में 10 से अधिक मरीजों को इसी तरह जबरन प्राइवेट अस्पतालों की तरफ भेजा गया। सवाल यह उठता है कि क्या ये सरकारी डॉक्टर किसी गिरोह का हिस्सा हैं, जो प्राइवेट अस्पतालों से मिलकर काम कर रहे हैं?
पार्टी के राष्ट्रीय सचिव चमन लाल ने इस मामले को मुख्यमंत्री के पास लिखित शिकायत के माध्यम से भेजा है और मांग की है कि डॉ. गणेश (प्रभारी), डॉ. यामिनी बादल सहित संबंधित सभी पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, अन्यथा पार्टी आंदोलन का रास्ता अपनाएगी।
ये भी पढ़ें: Jalaun : तेज रफ्तार मोटरसाइकिलों की आमने-सामने टक्कर, तीन गंभीर रूप से घायल
Hardoi : कुल्हाड़ी से गला रेतकर पति ने की पत्नी की हत्या, बेटी घायल