भातखण्डे संस्कृति विवि : दीक्षान्त समारोह में मेधावियों को मिले 40 पदक, सर्वाधिक आठ अंशिका कटारिया को

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आज भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय, लखनऊ के कलामण्डपम् प्रेक्षागृह में आयोजित 15 वें दीक्षान्त समारोह में मेधावियों को 40 पदक प्रदान कर छात्र-छात्राओं को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि भारत को वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने में मेधावी छात्र-छात्राओं की प्रमुख भूमिका होगी।

पर्यटन मंत्री मेधावियों को स्वर्ण, रजत तथा कांस्य पदक वितरित करने के बाद उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं विभिन्न स्कूलों के बच्चों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लगभग 100 वर्ष पहले पं0 विष्णु नारांयण भातखण्डे ने इस संस्था की स्थापना की थी। राज सरकार ने वर्ष 2022 में इसे राज्य विश्वविद्यालय का दर्जा देते हुए पठन-पाठन के सभी संसाधन उपलब्ध कराये। अब यह संस्थान उतरोत्तर प्रगति के पद पर उग्रसर है। विश्वविद्यालय द्वारा संगीत, नाट्य, कला आदि के क्षेत्र में नई-नई विभूतियों को पैदा किया है। उन्होंने कहा कि मेडल पाने में 51 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी रही है। महिला शक्ति ने बाजी मारने का कार्य किया है। सभी विधाओं में बालिकाओं का उत्कृष्ठ प्रदर्शन रहा है। भगवान श्री कृष्ण की बांसुरी को इस पीढ़ी के संगीत के साथ जोड़ कर अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं और कला के क्षेत्र में अपना श्रेष्ठतम योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का सपना पूरा करने के लिए मा0 मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विधानसभा एवं विधानपरिषद में लगातार 26 घंटे की चर्चा करके प्रदेश के विकास का विजन डॉक्यूमेंट पेश किया गया।


पर्यटन मंत्री ने मेधावी छात्र-छात्राओं को कुल 40 पदक प्रदान किये, जिसमें 25 स्वर्ण पदक, 07 रजत पदक तथा 08 कंस्य पदक शामिल है। पदक पाने वालों में अंशिका कटारिया को एमपीए कथ कनृत्य में सर्वाधिक 08 पदक, वैभवी को एमपीए 02 रजत पदक, अभय सिंह एमपीए गायन में 04 पदक, शीवम कुमार बीपीए तबला में 05 पदक, स्वणिर्मा वर्मा बीपीए गायन में 05 पदक, शिवंाशी श्रीवास्तव बीपीए गायन में 02 पदक, याशिका गौड़ एमपीए गायन में 01 पदक, सहस उपाध्याय एमपीए गायन 01 पदक, ओमकार तिवारी बीपीए 01 पदक, मनसा तिवारी बीपीए गायत 01 पदक, राजर्षी मिश्रा एमपीए तबला में 02 पदक, गौरव मिश्रा एमपीए तबला में 01 पदक, सक्षम श्रीवास्तव एमपीए तबला में 01 पदक, अमित कुमार बीपीए तबला में 01 पदक, प्रशान्त भारती बीपीए तबला में 01 पदक, अनंत शर्मा एमपीए भरतनाट्यम में 03 पदक तथा दैवांश प्रसाद एमडीए नाट्यकला में 01 पदक प्रदान किये गये।
इसके अलावा 09 शोधार्थियों को वर्ष 2025 के लिए पीएचडी की उपाधि प्रादान की गयी। इनमें रश्मि उपाध्याय, अमिता चौहान, पूजा द्विवेदी, शिवरूचि सिंह, अस्मिता श्रीवास्तव, अर्चना तिवारी, मंजू मलकानी, शैलजा शुक्ला तथा उपास्ना दीक्षित शामिल है।

दीक्षांत समारोह का शुभारम्भ शोभा यात्रा से हुआ। इसी क्रम में राष्ट्रगीत एवं विश्वविद्यालय के कुल गीत विश्वविद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किया गया। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर मांडवी सिंह ने विश्वविद्यालय के बारे में जानकरी दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने की तथा विशिष्ट अतिथि राज्य मंत्री उच्च शिक्षा रजनी तिवारी रही। उन्होंने कहा कि महिलाओं को प्राप्त मेडल यह संकेत देता है कि बेटियों को मौका मिले तो नई उचाइया छू सकती है।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल समारोह में वर्चुअली उपस्थित थीं। इस अवसर पर हरदोई जनपद के आंगनबाड़ी केन्द्रों को किट का वितरण किया गया एवं सीडीओ हरदोई सान्या छाबड़ा को स्मृति चिन्ह तथा प्राथमिक विद्यालयों के प्रचार को पुस्तक भेट की गई। मुख्य अतिथि डॉ. विनय सहस्त्र बुद्धे ने वर्चुअल रूप से दीक्षान्त समारोह को अपनी शुभकाम्नाएं प्रेषित की। विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. सृष्टि धवन ने अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

ये भी पढ़ें: नेपाल में बिगड़े हालात के मद्देनजर यूपी के सीमावर्ती जिलों में हाईअलर्ट,  हेल्पलाइन नंबर जारी

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में सेना ने टीटीपी कमांडर अलीमुल को मार गिराया, 8,000 से ज्यादा आतंकी अभी भी मौजूद

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें