पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में सेना ने टीटीपी कमांडर अलीमुल को मार गिराया, 8,000 से ज्यादा आतंकी अभी भी मौजूद

नई दिल्ली : पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू के जानी खेल इलाके में एक अभियान में प्रतिबंधित टीटीपी गुल बहादुर समूह के प्रमुख कमांडर को मार गिराया। अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की। इस बीच, सरकारी अधिकारियों ने खुलासा किया है कि खैबर पख्तूनख्वा में 8,000 से अधिक तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकवादी मौजूद हैं।

रक्षा सूत्रों ने बताया कि मारे गए आतंकवादी की पहचान अलीमुल हक के रूप में हुई है, जिसे जानी में कमांडर मंसूर के नाम से भी जाना जाता है। वह सेना के खिलाफ हमलों का सीधा नेतृत्व कर रहा था। उसने हाल ही में तोची चेकपोस्ट को अवरुद्ध करने का प्रयास किया था। अभियान के दौरान सुरक्षाकर्मियों और आतंकवादियों के बीच भीषण गोलीबारी हुई। कमांडर मंसूर गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

द न्यूज इंटरनेशनल अखबार के अनुसार, सरकारी अधिकारियों ने एक चिंताजनक खुलासा करते हुए कहा है कि खैबर पख्तूनख्वा में 8,000 से ज्यादा टीटीपी के आतंकवादी सक्रिय हैं। ये आतंकवादी पड़ोसी अफगानिस्तान से सीमा पार करके देश में घुस आए हैं और पेशावर, टैंक, डेरा इस्माइल खान, बन्नू, लक्की मरवत, स्वात, शांगला और अन्य जिलों में मौजूद हैं।

अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने सीपीईसी रोड, डी खान-बन्नू रोड और टैंक में चौकियां बना रखी हैं। ये आतंकवादी आम लोगों में शरण लेते हैं और सुरक्षा बलों पर हमला करते हैं। यह चिंताजनक खुलासा ऐसे समय पर हुआ है जब पड़ोसी अफगानिस्तान की सीमा से लगा ख़ैबर पख़्तूनख़्वा प्रांत, बलूचिस्तान के साथ-साथ आतंकवादी घटनाओं का दंश झेल रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर की अध्यक्षता में आयोजित जिरगा में कबायली नेताओं ने अफगानिस्तान से आतंकवादियों की घुसपैठ पर निराशा व्यक्त की है। कबीलाई नेताओं ने मांग की है कि मुख्यमंत्री अफगान सरकार के समक्ष घुसपैठ का मुद्दा उठाएं। इस मुद्दे पर खैबर पख्तूनख्वा सरकार के प्रवक्ता मुहम्मद अली सैफ ने कहा कि आतंकवादी सड़क पर वीडियो बनाते हैं और फिर भाग जाते हैं।

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