मुरादाबाद : जमीन विवाद ने लिया खूनी संघर्ष का रूप, समाजवादी पार्टी के पूर्व पार्षद पर हमला करने के आरोप

मुरादाबाद। थाना मंझोला क्षेत्र के गगन वाली मैनाठेर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे इलाके को दहला दिया है। यहां समाजवादी पार्टी के वार्ड 11 के पूर्व पार्षद जहीर मालिक और उनके साथियों पर जमीन विवाद को लेकर जानलेवा हमला करने के गंभीर आरोप लगे हैं।

सूत्रों के मुताबिक, मोहम्मद शमी और उसके भाई पर देर रात धारदार हथियारों से ताबड़तोड़ वार किए गए। इतना ही नहीं, हमलावरों ने उन पर पत्थरबाजी कर जान से मारने की कोशिश भी की। इस हमले में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।1 साल पुरानी रंजिश ने बढ़ाया तनाव मामला कोई अचानक का नहीं है, बल्कि पिछले एक साल से मोहम्मद शमी और पूर्व पार्षद जहीर मालिक के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था।

इसी विवाद की वजह से दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ता गया और आखिरकार यह कहासुनी खूनी संघर्ष में बदल गई। आरोपों में पुलिसकर्मी रिश्तेदार का नाम भी घायल मोहम्मद शमी ने आरोप लगाया है कि इस हमले में जाहिर हम्माद के परिजन ही नहीं, बल्कि उनका एक रिश्तेदार भी शामिल था, जो गोरखपुर में हेड कांस्टेबल पद पर तैनात है। खास बात यह है कि यह पुलिसकर्मी गोकशी के एक मामले में निलंबित चल रहा है।

शमी का कहना है कि राजनीतिक पहुंच और पुलिस तंत्र का इस्तेमाल कर आरोपियों ने दबंगई दिखाई देर रात हमला, जान से मारने की कोशिश जानकारी के मुताबिक, जमीन विवाद को लेकर देर रात दोनों पक्षों में कहासुनी हुई। विवाद इतना बढ़ा कि पूर्व पार्षद जहीर मालिक ने अपने साथियों के साथ मिलकर धारदार हथियार निकाल लिए और मोहम्मद शमी व उसके भाई पर वार कर दिया। घायल किसी तरह बचकर भागे, लेकिन हमलावरों ने पीछा करते हुए उन पर पत्थरबाजी कर दी गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर हमले में गंभीर रूप से घायल मोहम्मद शमी और उसके भाई को पुलिस ने तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक, दोनों के शरीर पर कई जगह गहरे घाव पाए गए हैं।

पुलिस कार्रवाई पर सवाल घटना की सूचना मिलते ही घायल पक्ष ने थाना मंझोला में लिखित तहरीर दी है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। हालांकि स्थानीय लोगों का मानना है कि मामला राजनीतिक दबाव से जुड़ा हुआ है और आशंका जताई जा रही है कि कहीं पुलिस इस मामले में ढिलाई न बरत दे इलाके में दहशत का माहौल इस सनसनीखेज हमले से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि अगर राजनीतिक दबाव और आपसी रंजिश पर समय रहते अंकुश नहीं लगाया गया तो हालात और बिगड़ सकते हैं।

फिलहाल सभी की निगाहें पुलिस की कार्रवाई पर टिकी हैं कि क्या वह वास्तव में दबंग आरोपियों पर शिकंजा कस पाएगी या मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा।

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