Nepal Zen-g Protest : संयुक्त राष्ट्र ने नेपाल में बातचीत की पेशकश, हिंसा से दूर रहने की अपील की

Nepal Zen-g Protest : नेपाल में जारी राजनीतिक संकट और हिंसक प्रदर्शनों पर संयुक्त राष्ट्र ने गहरी चिंता जताई है। काठमांडू स्थित यूएन मिशन ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि नेपाल आज जिस दौर से गुजर रहा है, उसमें संवाद और सहमति ही एकमात्र रास्ता है। संयुक्त राष्ट्र ने आवश्यकता पड़ने पर मध्यस्थता करने की भी पेशकश की है।

हिंसा से दूर रहने की अपील

संयुक्त राष्ट्र ने अपने वक्तव्य में कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, सूचना तक पहुंच और शांतिपूर्ण ढंग से सभा करना बुनियादी अधिकार हैं, जिनकी रक्षा नेपाल और अंतरराष्ट्रीय कानून दोनों करते हैं। सभी प्रदर्शनकारियों से अपील की गई है कि वे अपने अधिकारों का प्रयोग शांति और संयम से करें तथा हिंसा से दूर रहें।

सुरक्षा बलों को मानवाधिकार मानकों के पालन का निर्देश

यूएन ने नेपाल की सुरक्षा एजेंसियों से कहा है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के दौरान वे मानवाधिकारों के उच्चतम मानकों का पालन करें। किसी भी तरह के बल प्रयोग की घटनाओं की निष्पक्ष, पारदर्शी और स्वतंत्र जांच कराई जानी चाहिए।

युवाओं की आवाज और सुधार का रास्ता

संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि नेपाल के युवा अपनी मांगों को स्पष्ट रूप से सामने रख चुके हैं और अब यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इनकी जड़ों में छिपे कारणों को समझकर ठोस कदम उठाए। संगठन ने कहा कि वह तनाव कम करने और शांतिपूर्ण समाधान खोजने में नेपाल की हरसंभव मदद करने को तैयार है।

सहमति और संवाद का महत्व

बयान में कहा गया है कि “संवाद सभी पक्षों की चिंताओं को दूर करने और देश के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने का माध्यम है। नेपाल को स्थायी शांति और समृद्ध भविष्य की दिशा में ले जाने के लिए संवाद और सहमति की प्रक्रिया आवश्यक है।”

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