
Sitapur : विकास खंड सकरन क्षेत्र में चौका नदी पर पुल न होने से हर साल बारिश और बाढ़ के दिनों में ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जान हथेली पर रखकर लोग नदी को पार कर रहे हैं। इस बार भी चौका नदी में बाढ़ का पानी भर जाने से सुमरावां-दृहाजीपुर मार्ग पर लोगों का आना-जाना पूरी तरह ठप हो गया। मजबूर होकर ग्रामीणों को नाव का सहारा लेना पड़ा और नाव डालकर आवाजाही दोबारा शुरू करनी पड़ी।
ग्रामीणों को हो रही परेशानियां
ग्रामीण सरोज कुमार का कहना है कि नदी के उस पार खेत होने के कारण आने-जाने में दिक्कत होती थी। अब नाव चलने से कुछ राहत तो मिली है, लेकिन समस्या पूरी तरह खत्म नहीं हुई। सुरेश कुमार ने नेताओं पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर जनप्रतिनिधियों ने ध्यान दिया होता तो अब तक यहां पुल बन गया होता।
ग्रामीणों ने उठाई मांग
अभिराम अवस्थी ने तंज कसते हुए कहा कि नेता लोग सिर्फ झूठे पुल बांधते हैं, हकीकत में कुछ नहीं करते। चुनाव के समय ऐसा लगता है मानो चौका नदी का पुल उनकी जेब में हो, लेकिन जीत के बाद सब वादे भूल जाते हैं। ग्रामीण उमानाथ ने बताया कि पुल की मांग को लेकर अब तक बीस से ज्यादा बार धरना-प्रदर्शन किए जा चुके हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। राकेश कुमार ने कहा कि आपातकालीन स्थिति में अगर कोई बीमार पड़ जाए तो दवा लाने या अस्पताल पहुंचने के लिए लोगों को लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। पुलिस को भी किसी घटना पर पहुंचने के लिए करीब 30 किलोमीटर घूमकर आना पड़ता है।
पुल बनाने की मांग की
नदी में पानी भरने से बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। क्षेत्र के रामू, अमर सिंह, नीतेश, मनोज कुमार, अजय कुमार, सर्वेश, हरीशचंद्र, अंकित, सुरेंद्र कुमार, हंसराज, रामानुज गौतम, राजाराम, राकेश कुमार, संतोष कुमार, सुनील कुमार, बिनोद कुमार, सुशील कुमार, गंगासागर और गंगाराम सहित तमाम ग्रामीणों ने सरकार से चौका नदी पर जल्द से जल्द पुल बनवाने की मांग की है।
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