
Maharajganj : प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत चानकी पुल से गुलरिहा होते हुए तुलसीपुर मार्ग पर हो रहा निर्माण अब सवालों के घेरे में आ गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि तीन करोड़ 39 लाख रुपये की लागत से बन रही साढ़े छह किलोमीटर लंबी सड़क महज कागजों पर ही मजबूत दिखाई देती है, जबकि जमीनी हकीकत बिल्कुल उलट है। ग्रामीणों के मुताबिक डस्ट की जगह मिट्टी डालकर सड़क को बराबर कर दिया गया, जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्न खड़े हो रहे हैं। उनका कहना है कि निर्माण कार्य शुरू हुए दो वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन अब तक इंटरलॉकिंग तक नहीं डाली गई।
ग्रामीणों ने ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत पर सवाल उठाते हुए कहा कि मानकों की अनदेखी कर लाखों रुपये बचाए जा रहे हैं, जो सीधा-सीधा भ्रष्टाचार है।
स्थानीय लोग संतोष चौबे, सोनू चौबे, लक्ष्मी चंद्र पटेल, पंकज चौहान, विक्की प्रजापति, दिनेश गुप्ता, गजेंद्र चौरसिया, वीरेंद्र चौधरी, रामकिशुन, बिकाऊ यादव और संदीप समेत दर्जनों ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
इस संबंध में अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड, लोक निर्माण विभाग प्रथम, राजकुमार मिश्र ने बताया कि शिकायत की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।