
फतेहपुर । कुछ माह के अंदर लूट, चोरी, छिनैती, डकैती, से जनपद थर्रा गया है। अपराधियों पर पुलिस की लगाम लगभग समाप्त हो गई है। जनपद की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। बड़े अपराधों के खुलासों से ध्यान भटकाने के लिए कथित मुठभेड़ से पाटने की कोशिश चल रही है।
बता दें कि असोथर नगर में सोमवार की रात दिल दहला देने वाली वारदात हुई। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय से करीब 200 मीटर दूर बने ट्यूबवेल पर सो रहे 80 वर्षीय मोहम्मद सत्तार कुरैशी की अज्ञात बदमाशों ने धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद बदमाश उनका एंड्रॉइड मोबाइल और टीवीएस XL मोपेड भी लूट ले गए।

सुबह रोज़ाना की तरह जब उनका नाती ट्यूबवेल पहुँचा तो वहां का मंजर देख दंग रह गया। ट्रांसफार्मर के नीचे सत्तार कुरैशी का क्षत-विक्षत शव पड़ा था। खून से लथपथ यह वीभत्स दृश्य देखकर परिजन व ग्रामीण फफक कर रो पड़े।
सूचना पर असोथर पुलिस मौके पर पहुँची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक के पांच बेटे और दो बेटियां हैं। मृतक किसान लगभग 25 साल से अपने 52 बीघे चक पर बने ट्यूबवेल की रखवाली करने रात को जाते हैं।
घटनास्थल से करीब 500 मीटर दूर एक बड़ा मौरंग-बालू का डंप मौजूद है, जहां दिन-रात वाहनों की आवाजाही रहती है। इसके बावजूद इतनी नृशंस वारदात को अंजाम देकर बदमाशों का फरार हो जाना पुलिस गश्त पर सवाल खड़े करता है।
ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में लगातार चोर-बदमाश सक्रिय हैं। यदि पुलिस गश्त सख्ती से करती तो शायद यह घटना टल सकती थी। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन वारदात ने पूरे इलाके में दहशत और असुरक्षा का माहौल बना दिया है।
हालांकि घटना के बाद उच्चाधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और घटना के खुलासे के लिए टीमें गठित कर दी हैं।