
- अपने बच्चे को वापस देने के लिए गुहार लगाती रही मां
Lucknow : राजधानी की पुलिस ने एक मानसिक विक्षिप्त मां से उसके बच्चे को डंडे के बल पर छीनकर अलग कर दिया। लगभग दो या तीन माह के बच्चे को चारबाग बस स्टैंड स्थित पिंक पुलिस बूथ में तैनात महिला पुलिस बल ने उससे जबरन लेकर किसी बाल गृह में भेज दिया।
मामला रविवार को दोपहर का है जब चारबाग स्थित बस स्टैंड के पास पिंक बूथ के निकट एक मानसिक विक्षिप्त महिला अपने लगभग तीन माह के शिशु के साथ इधर-उधर टहल रही थी। महिला अपने शिशु को कभी अपने शरीर से अलग कर देती और आस पास में ही बैठी रहती लेकिन अपने बच्चे को छोड़कर कहीं भी नहीं जाती। किसी के पास मांगने जाती तो अपने बच्चे को अपने सीने से लगाकर ही जाती। बच्चे से अलगाव मानसिक विक्षिप्त होने के बाद भी इस मां का नहीं रहा। इस बीच पास में ही पिंक पुलिस बूथ में तैनात महिला कर्मचारियों की नजर इस मां और बच्चे पर पड़ी।
महिला पुलिस ने इस बच्चे को मां से किसी तरह से छीनकर अलग कर लिया और डंडा दिखाकर मां को भगाने का प्रयास किया लेकिन मां उस बच्चे से अलग नहीं हुई और अपने बच्चे को बदहवास हालत में होकर भी मांग रही थी। पिंक पुलिस बूथ में तैनात महिला बल ने किसी भी कीमत पर बच्चे को नहीं दिया और फिर अन्य महिला कांस्टेबल को बच्चा देकर किसी सुधार गृह में भेज दिया। इस बीच मानसिक विक्षिप्त महिला अपने बच्चे को वापस देने की गुहार लगाती रही लेकिन किसी ने भी उसके बच्चे को वापस नहीं किया। आसपास के लोगों ने जब पुलिस से जानकारी चाही तो उन्होंने बच्चे के सही भविष्य के लिए उसे बाल गृह भेजने की बात कहीं।

इस विषय में जब महिला आयोग से सम्पर्क करने की कोशिश की गयी तो सूचना विभाग की दी गयी डायरी में भी महिला आयोग के बेसिक नंबर ही दर्ज हैं जिन पर अवकाश होने के चलते कोई भी सम्पर्क करना मुश्किल हो गया। इसके साथ ही राजधानी के कमिश्नर के सीयूजी नंबर पर जब सम्पर्क किया गया तो उनके जनसम्पर्क अधिकारी ने फोन पर साहब के मीटिंग में व्यस्त होने की बात कह कर फोन काट दिया।
ये भी पढ़ें: Jalaun : टोल पर बाल-बाल बची टाटा सफारी, अचानक लगी आग
अखिलेश यादव पर भाजपा का पलटवार, सपा राज में लालबत्ती की गाड़ियों में घूमते थे माफिया