
Bahraich, जरवल : नगर पंचायत जरवल में अब आवारा कुत्तों का खौफ इतना बढ़ गया है कि पूछो मत। इस संबंध में मदरसा टोला के रहने वाले पूर्व सभासद शकील अहमद राईनी ने बताया कि नगर पंचायत जरवल के कटरा स्थित मदरसा टोला और कसाई मोहल्ले में आवारा कुत्तों का आतंक इतना बढ़ गया है कि राह चलना भी दुश्वार हो गया है। रही बात बच्चों की तो उन पर कब आवारा कुत्ता झपट पड़े, कहा नहीं जा सकता। इसके बावजूद भी जरवल निकाय के जिम्मेदार आंख मूंदे बैठे हैं। श्री राईनी ने जनहित में प्रशासन से मांग की है कि बढ़ रही आवारा कुत्तों की संख्या पर रोक लगवाई जाए। साथ ही समय रहते यदि निकाय प्रशासन ने नहीं चेता तो ये आवारा कुत्ते लोगों का जीना हराम कर देंगे।
ये है सुप्रीम कोर्ट का आदेश
जरवल। आवारा कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि उन्हें पकड़कर बंध्याकरण और टीकाकरण के बाद वापस उनके स्थानों पर छोड़ा जाएगा। लेकिन आक्रामक कुत्तों को अलग रखा जाएगा। शहरी निकाय हर वार्ड में निश्चित फीडिंग स्पॉट बनाएंगे। साथ ही नागरिक कुत्तों को खाना खिला सकते हैं। सड़कों पर खाना खिलाने पर कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।
निकाय में दर्ज करें शिकायत
जरवल। निकाय में आवारा कुत्तों की शिकायत दर्ज करें। वे कुत्तों को पकड़ने, उनकी नसबंदी करने और उन्हें आश्रय स्थलों में स्थानांतरित करने के लिए जिम्मेदार हैं।
व्यवस्था तो ईओ जरवल को ही करनी है। हम तो केवल आवारा कुत्तों का बंध्याकरण (नसबंदी) कर सकते हैं। वैसे आप निकाय की ईओ से बात कर लें। लेकिन जब ईओ से बात करनी चाही तो उनका फोन नहीं उठा।
एम.पी. सिंह, पशु चिकित्सा अधिकारी, जरवल
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