
BJP Controversy : बाराबंकी के श्रीरामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में छात्रों के विरोध के मामले में एबीवीपी कार्यकर्ताओं की भिड़ंत अब सीधे तौर पर भाजपा से हो रही है। इस मामले में ओमप्रकाश राजभर के विवादास्पद बयान के बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने भाजपा मंत्री ओमप्रकाश राजभर और उसके बेटे के खिलाफ आक्रोशित बयानबाजी कर रहे हैं। अब यह विवाद पार्टी के भीतर का आंतरिक विवाद बन गया है। ओमप्रकाश राजभर के बयानों और उनके बेटे के व्यवहार को लेकर पार्टी में असंतोष है और उनका गठबंधन भी खतरे में दिख रहा है।
ओमप्रकाश राजभर की छवि और भूमिका पर कटाक्ष
BJP के पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर अपनी हरकतों से भाजपा की मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्हें स्पष्ट किया कि राजभर जाति से नहीं, बल्कि बीयर जाति से हैं, और उन्होंने खुद को राजभर कहकर समाज को भ्रमित किया है। उनकी इस स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
भाजपा में जन्मा आंतरिक विवाद
हरिनारायण राजभर ने कहा कि राजभर के कारण पार्टी की स्थिति खराब हो रही है और उनका गठबंधन समाप्त कर देना चाहिए। उनका तर्क है कि राजभर को अराजक और गुंडा कहने वाले संगठन को सम्मान देना गलत है, और ऐसे लोगों का पार्टी में रहना उचित नहीं।
ABVP को लेकर हुआ विवाद
पूर्व सांसद ने ABVP को उग्रवादी कहकर उसकी प्रतिष्ठा पर सवाल उठाए। उनका दावा है कि ABVP एक संस्कारिक संगठन है, जो RSS से जुड़ा है, और ऐसे संगठन के कार्यकर्ताओं को उग्रवादी कहना बड़ी बदतमीजी है।
ओमप्रकाश राजभर का विवादास्पद बयान
उन्होंने कहा था कि यदि गुंडागर्दी की जाएगी तो पुलिस कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि कानून देश में चलता है, और यदि आवश्यक हो तो प्रधानमंत्री और अन्य अधिकारी भी जेल जाएंगे। साथ ही, उन्होंने पुलिस को कानून व्यवस्था बनाए रखने का काम बताया।
बलिया में ओमप्रकाश राजभर के सरकारी आवास के बाहर ABVP कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूटा। उन्होंने नारेबाजी की, मंत्री का पुतला फूंका, आवास पर ईंट-पत्थर फेंके और पुलिस से भिड़ गए। इस घटना में कार्यकर्ताओं ने पुलिस की नेम प्लेट भी नोच डाली।
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