
हरिद्वार : एक निजी अस्पताल में भर्ती मरीज की मौत के बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया। लोगों ने रानीपुर मोड़ स्थित एक डॉक्टर के घर के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगाते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज करने व कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
मिली जानकारी के अनुसार, लगभग दो सप्ताह पूर्व सिडकुल क्षेत्र के दीप गंगा अपार्टमेंट के पास हिंदुस्तान यूनिलीवर में कार्यरत श्रीचंद सड़क हादसे में घायल हो गया था। हादसे में उसके पैर में फ्रैक्चर हुआ था। प्रारंभिक उपचार के लिए उसे सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
आरोप है कि तीन दिन पूर्व सिटी अस्पताल में डॉक्टर से मिले थे। तब डॉक्टर ने न्यू हरिद्वार कॉलोनी में अपने निजी क्लीनिक में कम दाम में सर्जरी करने की बात कही थी, कम दाम में सर्जरी होने पर फैक्ट्री कर्मी श्री चंद शर्मा भर्ती हो गए थे, जहां ऑपरेशन के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी।
शुक्रवार को उन्हें बंगाली अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया, जहां उनकी मौत हो गई। शनिवार को बड़ी संख्या में एकत्र फैक्ट्री कर्मचारियों ने निजी अस्पताल पहुंचकर हंगामा खड़ा कर दिया। कर्मचारियों का आरोप था कि श्री चंद शर्मा को एनेस्थीसिया की अधिक डोज दी गई, जिसके बाद वह होश में नहीं आ पाए।
घटना से गुस्साए हिंदुस्तान यूनिलीवर के कर्मचारियों ने डॉक्टर के घर के बाहर जमकर नारेबाजी की और जिला प्रशासन के खिलाफ भी विरोध जताया। मौके पर कांग्रेसी नेता वरुण बलियान भी पहुंचे और परिजनों का समर्थन किया। कर्मचारियों और परिजनों की मांग है कि मृतक के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए व आरोपी डॉक्टर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से तहसीलदार सचिन कुमार मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों से वार्ता की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका धरना जारी रहेगा। सीएमओ आरपी सिंह ने बताया कि क्लिनिक को सील कर दिया गया है जान शुरू कर दी गई है।