
बहराइच, पयागपुर तहसील। नगर पंचायत क्षेत्र में बंदरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन बंदर गलियों, बाजारों और घरों में घुसकर लोगों को आतंकित कर रहे हैं। स्थिति यह है कि अब बच्चे भी सुरक्षित नहीं हैं। कई बार बंदर बच्चों के हाथ से रोटी और खाने-पीने का सामान छीन ले जाते हैं, जिससे लोग दहशत में हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पंचायत प्रशासन द्वारा बंदरों को पकड़ने के लिए बड़े-बड़े दावे किए गए थे, लेकिन जमीनी हकीकत इसके उलट है। अब तक न तो कोई ठोस कार्रवाई हुई है और न ही बंदरों की संख्या में कमी आई है।
क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि शीघ्र ही बंदरों को पकड़ने की व्यवस्था की जाए, वरना वे आंदोलन को मजबूर होंगे। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो किसी दिन बड़ी घटना हो सकती है। नगर पंचायत द्वारा एक सप्ताह तक बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाया गया जिसमें मात्र खानापूर्ति की गई और बड़े बड़े दावे किए गए किन्तु समस्या जस की तस बरकरार है।
लोगों का कहना है कि पकड़ने वाले लोंग बंदर को पकड़कर 1 मोहल्ले से शायद दूसरे क्षेत्र में छोड़ जाते हैं और वह बंदर घूम फिरकर फिर आकर आतंक मचाते हैं। बंदर को पकडने के बाद जब तक उनको जंगल एरिया में नहीं छोड़ा जाएगा, तब तक समस्या का समाधान नहीं हो पाएगा।
पयागपुर के मुख्य स्थल भूप गंज बाज़ार कोर्ट बाज़ार एवं बस स्टैंड पर बंदरों का आतंक बदस्तूर जारी है। अभी तक जारी है नगर पंचायत क्षेत्र में 15 वार्ड हैं किन्तु मात्र कुछ क्षेत्रों में ही बंदर पकड़ने का अभियान चलाया गया। इस संबंध में जब नगर पंचायत अधिकारी प्रमिता सिंह से वार्ता की गई तो अब उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभियान चलाया गया था। अब तक लगभग २०० बंदर पकड़े जा चुके हैं जिसके लिए प्रत्ति बंदर ५०० रुपया का भुगतान किया जाना है।
जब इसका ठेका लेने वाली कंपनी को भुगतान कर दिया जाएगा। तब अगली प्रक्रिया जारी होगी किन्तु क्षेत्रवासियों की समस्या जस की तस बरकरार है। यह अभियान मात्र फ़ोटो खिंचाने तक सीमित होकर टाँय टाँय फुस्स होकर रह गया है।
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