जालौन : बारिश में डूबा श्मशान घाट, मजबूरी में ग्रामीणों ने नहर किनारे किया अंतिम संस्कार

जालौन : कई गांवों से समस्याएं सामने आ चुकी हैं, फिर भी किसी ने श्मशान घाट और उसके रास्ते को दुरुस्त कराने की जहमत नहीं उठाई। ग्राम छानी में श्मशान घाट और उसके रास्ते में पानी भरा होने के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मजबूरी में ग्रामीणों ने गांव के बाहर नहर किनारे युवक की अंत्येष्टि की। इस समस्या पर ग्रामीणों ने कड़ी नाराजगी जताई है।

कोंच तहसील क्षेत्र के कई गांवों में श्मशान घाट और उसके रास्ते की मुकम्मल व्यवस्था नहीं है। खासकर बारिश के मौसम में यह बड़ी समस्या बन जाती है। कई गांवों के ग्रामीण पिछले कई सालों से इससे जूझ रहे हैं, फिर भी जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने इस गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों में इसको लेकर जबरदस्त गुस्सा है।

कोंच तहसील क्षेत्र के ग्राम छानी निवासी अशोक अहिरवार के छोटे बेटे विमल उर्फ कोमल की गुरुवार की शाम अचानक तबीयत बिगड़ने पर उरई में उपचार के दौरान मौत हो गई। शुक्रवार की सुबह जब उसकी अंत्येष्टि का समय आया तो एक बड़ी समस्या सामने आ गई। गांव के श्मशान घाट और उसके रास्ते में पानी भरा होने से दलदल बन गया था। अंतिम संस्कार के लिए जगह तक नहीं थी।

शव यात्रा में शामिल नाते-रिश्तेदार और ग्रामीणों ने कड़ी नाराजगी जताई। ग्रामीणों ने बताया कि वे पिछले कई सालों से बारिश में इस बड़ी समस्या से परेशान हैं। कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के सामने समस्या रख चुके हैं, फिर भी किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में कहीं भी अंत्येष्टि के लिए सही जगह नहीं है। मजबूरी में उन्हें गांव के बाहर नहर किनारे युवक का अंतिम संस्कार करना पड़ा।

ये भी पढ़ें: अमेठी : संदिग्ध परिस्थितियों में रेलवे स्टेशन के समीप मिला शव
जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुनीं 200 लोगों की समस्याएं,अधिकारियों को समयबद्ध निस्तारण के दिए निर्देश

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें