
Bahraich, कैसरगंज : धूमधाम से निकला 12 रबी-उल-अव्वल का जुलूसकैसरगंज: 12 रबी-उल-अव्वल का जुलूस ऐनी हटिंसी से निकलकर एक बहुत बड़े काफिले के साथ बस स्टॉप कैसरगंज पर हाजिर हुआ। बस स्टॉप कैसरगंज एवं ब्लॉक मोड़ कैसरगंज पर दर्जनों गांव से जुलूस एक साथ मिलकर महमूद शाह बाबा की मजार तक पहुंचा और पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन की खुशी मनाई गई।
यह उत्सव बड़ी गाड़ियां जैसे ट्रक, ट्रैक्टर, पिकअप, कार आदि संसाधनों से निकाला गया।
इस दौरान “सरकार की आमद, मरहबा” के नारे लगाए गए और ‘नात शरीफ’ पढ़ी गई। यह एक शांतिपूर्ण और भाईचारे का संदेश देने वाला उत्सव है, जिसके लिए पुलिस सुरक्षा के विशेष इंतज़ाम में भारी संख्या में पुलिस जवान मौजूद रहे।
उत्सव: यह पैगंबर मुहम्मद साहब के जन्मदिन (मिलाद-उन-नबी) के अवसर पर मनाया जाता है, जिसे बारावफात भी कहा जाता है।
शामिल लोग: इसमें हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए, जो हाथों में झंडे लिए हुए थे।
प्रमुख आकर्षण: जुलूस में कार, ट्रक, डीसीएम गाड़ियों को सजा कर निकाला गया, जो प्रमुख आकर्षण रहे।
नारे और संगीत: जुलूस के दौरान “सरकार की आमद, मरहबा” के नारे लगाए गए और ‘नात शरीफ’ पढ़ी गई।
संदेश: इस उत्सव के माध्यम से पैगंबर मुहम्मद के सत्य और भाईचारे के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने की कोशिश की गई।
सुरक्षा: जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम पुलिस क्षेत्राधिकारी कैसरगंज रवि खोखर एवं कोतवाली कैसरगंज प्रभारी निरीक्षक सुरेंद्र शर्मा की निगरानी में किया गया।
इस मौके पर मदरसा नूरिया प्रबंधक समसुद्दीन बरकाती, इंतजामिया कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर मिज्जन, मौलाना खालिद, मोहम्मद अकीब, मोहम्मद शब्बन, तबीब मुंशी हाजी जियाउद्दीन, हाजी राशिद अली, अमीन, रसिया, जियाउद्दीन, दादा मोहम्मद सैफी एवं तमाम गणमान्य नागरिक हजारों की संख्या में जुलूस में मौजूद रहे।
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