
चंडीगढ़ । पंजाब के राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री स. हरदीप सिंह मुंडियां ने आज यहां बताया कि राज्य में आई भयंकर बाढ़ के कारण 1,75,216 हेक्टेयर कृषि भूमि में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि गुरदासपुर, अमृतसर, मानसा, फिरोज़पुर और फाज़िल्का सबसे अधिक प्रभावित जिलों में शामिल हैं, जहां फसलों का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब के 23 जिलों में फसलें, गांव और वहां की आबादी प्रभावित हुई है, जिससे इस आपदा की गंभीरता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
राहत कार्यों का ब्योरा साझा करते हुए स. हरदीप सिंह मुंडियां ने कहा कि निचले और बुरी तरह प्रभावित इलाकों से 20,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। उन्होंने बताया कि गुरदासपुर में सबसे अधिक 5581 व्यक्ति, फिरोज़पुर में 3495, अमृतसर में 2734, फाज़िल्का में 2422, होशियारपुर में 1615, कपूरथला में 1428, पठानकोट में 1139, बरनाला में 369, जालंधर में 474, मोगा में 115, मानसा में 16, रूपनगर में 65 और तरनतारन जिले में 21 व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।
उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों के ठहरने के लिए राज्य भर में 167 राहत कैंप स्थापित किए गए हैं। 1655 गांव बाढ़ की चपेट में हैं, जिससे 3,55,709 लोग प्रभावित हुए हैं।
फसली क्षेत्र के नुकसान के बारे में मंत्री ने कहा कि राज्य में 1,75,216 हेक्टेयर क्षेत्र में खड़ी फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, जिनमें अकेले गुरदासपुर में 40,169 हेक्टेयर से अधिक फसली क्षेत्र का नुकसान हुआ है।
मुंडियां ने बताया कि 12 जिलों में 37 लोगों की जान गई है, जबकि पठानकोट के तीन व्यक्ति अब भी लापता हैं। सबसे अधिक मौतें होशियारपुर (7), पठानकोट (6), बरनाला (5), अमृतसर और लुधियाना (4-4), बठिंडा और मानसा (3-3), गुरदासपुर, पटियाला, रूपनगर, एस.ए.एस. नगर और संगरूर (1-1) में दर्ज की गयी हैं।
उन्होंने कहा कि बचाव कार्यों में कुल 22 एनडीआरएफ टीमें लगी हुई हैं, जिनमें अमृतसर और गुरदासपुर (4-4), पठानकोट, फिरोज़पुर और फाज़िल्का (3-3), जालंधर (2), बठिंडा, रूपनगर और कपूरथला (1-1) टीम तैनात हैं। इंजीनियर टीमों के साथ सेना, वायुसेना और नौसेना की टुकड़ियाँ भी लगाई गई हैं। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि गुरदासपुर (3), पठानकोट, रूपनगर और अमृतसर (2-2) और कपूरथला, फिरोज़पुर व फाज़िल्का (1-1) टुकड़ियां तैनात हैं।
उन्होंने कहा कि राहत सामग्री पहुंचाने और लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए लगभग 35 हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं। बीएसएफ की ओर से सीमावर्ती जिला गुरदासपुर में राहत और बचाव कार्य सक्रिय रूप से जारी हैं। राज्य सरकार ने राहत कार्यों को तेज़ करने के लिए 117 नावें लगाई हैं।