
Maharajganj : घुघली के बैकुंठी घाट पर स्थित काली मंदिर के समीप बुधवार की सुबह करीब सात बजे झाड़ियों में नवजात शिशु मिलने से नगर में सनसनी फैल गई।
घुघली नगर पंचायत के वार्ड नंबर 11, रामदेव नगर निवासी सब्जी व्यवसायी हरिश्चंद्र पुत्र झगरू बुधवार की सुबह करीब 7 बजे बैकुंठी घाट जाने वाले रास्ते से होकर साइकिल से सेमरहना गांव में एक किसान के यहां सब्जी खरीदने जा रहे थे। इसी दौरान जब वह बैकुंठी घाट पर स्थित काली मंदिर के निकट पहुंचे, तो उन्हें पास की झाड़ियों से नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनाई दी।
हरिश्चंद्र साइकिल से उतरकर झाड़ियों के पास पहुंचे, जहां करीब एक दिन पहले जन्मे नवजात शिशु को रोते हुए देखा। उन्होंने तत्काल शिशु को अपनी गोद में उठाकर घर ले आए। घर पहुंचकर हरिश्चंद्र व उनके परिजनों ने बच्चे को पानी पिलाया और नए वस्त्र पहनाए। इसके बाद हरिश्चंद्र ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
सूचना पाकर घुघली पुलिस चौकी प्रभारी अशोक गिरी पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और नवजात शिशु को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, घुघली में भर्ती करवाया। चिकित्सकों ने नवजात शिशु का इलाज किया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई गई। घुघली पुलिस ने नवजात शिशु का मेडिकल परीक्षण कराया है। स्वास्थ्य की पुष्टि के बाद शिशु को देखरेख हेतु चाइल्ड लाइन को सौंपा जाएगा। चाइल्ड लाइन के गाइडलाइन के अनुसार ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
घुघली नगर के लोगों ने जहां हरिश्चंद्र के कार्यों की सराहना की है, वहीं नवजात को झाड़ियों में फेंकने की घटना की घोर निंदा की है। लोगों का कहना है कि लोकलाज के भय से कोई-कोई अपनी अवैध संतान को विवश होकर झाड़ियों या बगीचों में फेंकने पर मजबूर हो जाता है।
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