
Pawan Kheda : एसआईआर के मुद्दे पर बीजेपी और चुनाव आयोग पर हमलावर कांग्रेस अब खुद मुश्किल में फंसती नजर आ रही है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के दो इपिक नंबर जारी किए हैं।
एसआईआर के मुद्दे पर कांग्रेस का रुख
बीजेपी और चुनाव आयोग को लगातार घेर रही कांग्रेस अब इस मामले में खुद फंस सकती है।
दरअसल, अमित मालवीय ने दो अलग-अलग वोटर आईडी लिस्ट जारी कर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा पर दो वोटर आईडी रखने का आरोप लगाया है।
पवन खेड़ा का जवाब
पवन खेड़ा ने कहा है कि एक तरफ राहुल गांधी जोर-शोर से ‘वोट चोरी’ का नारा लगा रहे हैं,
लेकिन कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा, जो गांधी परिवार से अपनी नजदीकी दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते, उनके पास दो सक्रिय EPIC नंबर हैं।
इनमें से एक EPIC नंबर जंगपुरा क्षेत्र का है और दूसरा नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र का है, जो क्रमशः पूर्वी दिल्ली और नई दिल्ली लोकसभा सीटों के अंतर्गत आते हैं।
जारी किए गए दो EPIC नंबर
पहला नंबर:
नाम: पवन खेड़ा
पिता का नाम: एच. एल. खेड़ा
EPIC संख्या: XHC1992338
विधानसभा: 41 जंगपुरा
भाग संख्या: 28
भाग का नाम: निजामुद्दीन पूर्व
क्रम संख्या: 929
दूसरा नंबर:
नाम: पवन खेड़ा
पिता का नाम: एच. एल. खेरा
EPIC संख्या: SJE0755967
विधानसभा: 40 नई दिल्ली
भाग संख्या: 78
भाग का नाम: काका नगर
क्रम संख्या: 820
आरोपों का मकसद
अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर दोनों EPIC नंबर जारी कर कहा कि चुनाव आयोग को जांच करनी चाहिए कि पवन खेड़ा के पास दो सक्रिय EPIC नंबर कैसे हैं और क्या उन्होंने बार-बार मतदान किया है। यदि ऐसा है, तो यह चुनावी कानूनों का उल्लंघन है। कई बार मतदान करना अवैध है, और यह पवन खेड़ा द्वारा बिहार में मतदाताओं को गुमराह करने, मतभेद पैदा करने और चुनावी प्रक्रिया को कमजोर करने के लिए दुर्भावनापूर्ण प्रयास हो सकता है।
पवन खेड़ा का जवाब
पवन खेड़ा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर लगातार सवाल उठा रही है। चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह सूची भाजपा नेताओं और चुनाव आयोग के पास भी उपलब्ध है। कांग्रेस बार-बार सूची मांगती है, लेकिन कभी कोई जवाब नहीं मिलता। मैं चुनाव आयोग से जानना चाहता हूं कि मेरे नाम पर नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से किसे वोट डालने के लिए मजबूर किया जा रहा है। मुझे सीसीटीवी फुटेज चाहिए। मैं 2016 में वहां से चला गया था और मेरी इच्छा थी कि मेरा नाम वहां से हटवाया जाए, लेकिन अब भी मेरा नाम वहां क्यों है?
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