
मीरजापुर। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आह्वान पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ मीरजापुर की ओर से सोमवार को जनपद के शत् प्रतिशत विद्यालयों में “हमारा विद्यालय – हमारा स्वाभिमान” पंच संकल्प कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें लाखों विद्यार्थी, शिक्षक, अभिभावक, अधिकारी व जनप्रतिनिधिगण विद्यालयों की प्रार्थना सभाओं में पंच संकल्प लेकर “हमारा विद्यालय – हमारा स्वाभिमान” का उद्घोष कर इस संकल्प का आत्मसात् किया।
जिलाध्यक्ष राजनाथ तिवारी ने प्राथमिक विद्यालय मोहनपुर भवरख विकास खंड पहाड़ी विद्यालय में संकल्प लेते हुए कहा कि देश के सबसे बड़े शिक्षक संगठन अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आहवाहन पर परिषदीय प्राथमिक जूनियर हाईस्कूल माध्यमिक विद्यालयों सहित नगर के अधिकांश प्राइवेट विद्यालयो मे प्रार्थना सभाओं में उत्साहपूर्वक पंच संकल्प लिया गया। यह आयोजन शैक्षिक जगत में एक इतिहास रचने का कार्य करेगा।

जिला महामंत्री सत्यव्रत सिंह चंदेल ने अपने विद्यालय जमालपुर के कंपोजिट विद्यालय हडौरा पर संकल्प लेते हुए कहा कि विद्यालय केवल भवन नहीं है, बल्कि संस्कारों का तीर्थ है। विद्यालय को भारत में हमेशा विद्या का मंदिर माना गया है। यह कार्यक्रम प्राचीन भारतीय परंपरा में शिक्षा के उद्देश्य का संवाहक एवं संवर्धक बनेगा, जिससे चरित्र निर्माण, व्यक्ति निर्माण एवं राष्ट्र के पुनर्निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा एवं विद्यार्थी व शिक्षक मिलजुल कर शैक्षिक उन्नयन एवं राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के लिए कार्य करेंगे।
वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष वीरभानु सिंह ने फतहा कंपोजिट विद्यालय में शपथ लेते हुए कहा कि “हमारा विद्यालय हमारा तीर्थ है, हमारी आत्मा का अभिमान है और राष्ट्र निर्माण का आधार है।” जिला कोषाध्यक्ष मनोज शुक्ल ने संकल्प लेते हुए कहा कि विद्यालय वह प्रयोगशाला है, जहां भविष्य के नागरिक गढ़े जाते हैं। मीडिया प्रभारी विमलेश अग्रहरि ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम, पूरे संसार को गीता का ज्ञान देने वाले योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण से लेकर महात्मा गांधी, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जैसे अनेक महापुरुषों के जीवन एवं सफलता की जड़ें उनके विद्यालयों के संस्कारों में निहित है।
कार्यक्रम के जिला संयोजक राकेश कुमार मौर्य तथा सहसंयोजक अनिल प्रकाश द्विवेदी व गीता सिंह ने बताया विद्यालयों में हम किताबो के ज्ञान के साथ मित्रता, सहयोग, भाईचारा, अनुशासन, परिश्रम खेलकूद, संगीत, कला, सांस्कृतिक गतिविधियों में सहभागिता करते हैं, जिससे हमारे संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास होता है। जिला संगठन मंत्री अनिल कुमार त्रिपाठी ने कहा कि हमारे शिक्षा संस्थानों की लंबी गौरवमयी ऐतिहासिक परंपरा है। तक्षशिला नालंदा, विक्रमशिला जैंसे विश्विद्यालयों ने विश्व को ज्ञान देकर सकारात्मक दिशा और दशा देकर भारत को विश्व गुरु का गौरव प्रदान किया है। कहा कि भारतीय दृष्टि में शिक्षा का ध्येय केवल रोजगार नहीं बल्कि संपूर्ण मनुष्य का निर्माण है।
इसके अलावा जनपद के सभी बीआरसी पर भी एफ एल एन प्रशिक्षण के दौरान प्रार्थना सभा मे शपथ दिलाते हुए कहा गया कि विद्यालय हमें संस्कार, स्वास्थ्य और अनुशासन जैसी महत्वपूर्ण धरोहर देते हैं। भारतीय गुरुकुल परंपरा में स्वच्छता और अनुशासन से ही उत्कृष्ट व्यवस्था, प्रेरणा और आदर्श संभव है।
संयुक्त महामंत्री राजदेव सिंह, उपाध्यक्ष अनिल प्रकाश द्विवेदी, उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह, महिला उपाध्यक्ष गीता सिंह, मंत्री शुभ्राशु उपाध्याय, संयुक्त मंत्री रजनीश दूबे, मुकेश सिंह, प्रचार मंत्री मनोज त्रिपाठी, मीडिया प्रभारी विमलेश अग्रहरी, सह मिडिया प्रभारी त्रिलोकी सिंह सहित ब्लाक अध्यक्ष गण क्रमश: नगर अध्यक्ष सत्य प्रकाश दूबे, नगर ब्लाक अध्यक्ष नगर राघवेन्द्र कुवर शुक्ल, पहाडी अभिषेक उपाध्याय, मडिहान अजय कुमार सिंह, लालगंज प्रदीप तिवारी, जमालपुर सूर्यकेश आनंद, नरायनपुर जितेंद्र कुमार सिंह, हलिया मंजीत त्रिपाठी, छानबे गणेश ओझा, सीखड सुरजीत सिंह, राजगढ अशोक कुमार सिंह और कोन के सर्वेश त्रिपाठी आदि ने अपने अपने ब्लाक मे पूरा प्रयास कर शपथ ग्रहण कार्यक्रम संपन्न कराया और गुगल फार्म पर अपलोड भी कराया। सभी ने कार्यक्रम की सफलता पर सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहाकि भारतीय परंपरा में तीर्थ वह है जो आत्मा को शुद्ध करें अपने विद्यालय को तीर्थ मानने से उसमें श्रद्धा और समर्पण का भाव जागेगा।
1 सितम्बर 2025 का दिन केवल “हमारा विद्यालय हमारा स्वाभिमान” संकल्प कार्यक्रम का आयोजन दिन मात्र नहीं बल्कि शैक्षिक उन्नयन एवं राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के सृजनात्मक आंदोलन की शुरुआत है। इसलिए हम सब मिलकर हमारे विद्यालय को मन, वचन, कर्म से हमारा स्वाभिमान, हमारा तीर्थ बनाने का संकल्प लिया।
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