
अमरोहा : हसनपुर में झोलाछाप डॉक्टरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर गलत इलाज ने एक महिला की जान ले ली, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं।
यह दुखद घटना गीता 42 पत्नी जगदीश के साथ हुई। चार दिन पहले उनके पेट की गांठ के ऑपरेशन के लिए उन्हें रहरा अड्डा स्थित एक कथित अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन के बाद जब गीता की हालत बिगड़ने लगी, तो डॉक्टर ने उसे मेरठ रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण ही उनकी जान गई। हालांकि, परिवार ने बिना किसी कानूनी कार्रवाई के अंतिम संस्कार की तैयारी कर दी, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर में, खासकर अंबेडकर पार्क के पास, पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने कभी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से ये फर्जी डॉक्टर बेखौफ होकर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग तेज हो गई है, ताकि और जिंदगियां खतरे में न पड़ें
ये भी पढ़ें: टांडा पुल की होगी मरम्मत… 11 सितंबर से ठप रहेगा लुंबिनी-दुद्धी मार्ग का आवागमन
गाजियाबाद : राखी पहलवान का आमरण अनशन समाप्त, एसीपी ने दिलाया न्याय का भरोसा










