
भास्कर ब्यूरो
- मामला कन्नौज जिले की तहसील तिर्वा के थाना इंदरगढ़ के गांव पूराराय का।
- ग्रामीणों का आरोप, राजस्व टीम कर रही सरकारी जमीन पर मकानों के निर्मित होने का दावा, मांग रही रिश्वत।
कन्नौज। गुरुवार को तिर्वा राजस्व टीम के खिलाफ ग्रामीणों का हुजूम बीजेपी विधायक के साथ कलेक्ट्रेट पहुंच गया। ग्रामीणों का आरोप था कि, तिर्वा राजस्व टीम के अधिकारियों ने गांव पहुंचकर उनके मकानों को सरकारी जमीन पर बने होने की बात कहते हुए बुलडोजर से गिराने की धमकी दी, इसके अलावा रिश्वत की भी मांग की। इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव पूराराय गांव के ग्रामीणों के मुताबिक दो दिन पूर्व तिर्वा राजस्व टीम के अधिकारी और कर्मी जिनमें नायब तहसीलदार, लेखपाल, कानूनगो शामिल थे,गांव पहुंचे थे।राजस्व टीम के गांव पहुंचने पर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया था।
ग्रामीणों का कहना था कि टीम में शामिल राजस्व कर्मियों का कहना था कि गांव में स्थित उनके मकान सरकारी जमीन पर निर्मित हैं, जिनको खाली करना होगा। ग्रामीणों ने जब टीम के लोगों को बताया कि वह बीते 50/60 सालों से यहीं रह रहे हैं तो भी राजस्व कर्मियों ने उनकी नहीं सुनी और जल्द ही मकानों को खाली ना करने पर बुलडोजर से गिराए जाने की बात कही।ग्रामीणों का यह भी आरोप था कि टीम में शामिल लेखपाल ने ग्रामीणों से मकान बचाने को लेकर रिश्वत की भी मांग की।ग्रामीणों ने पैसे देने पर असमर्थता जताने पर बताया कि टीम के लोगों द्वारा कई ग्रामीणों की आरसी भी काट दी गई है।परेशान ग्रामीणों ने मामले की शिकायत जब बीजेपी तिर्वा विधायक कैलाश राजपूत से की तो गुरुवार की दोपहर विधायक ग्रामीणों के हुजूम के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे।
मौके पर मामले का शिकायती पत्र एडीएम को सौंपा गया और मामले की जांच करवाकर दोषियों पर कार्यवाही की मांग की गई।उपरोक्त मामले में विधायक का कहना था कि उन्होंने जिले के डीएम आशुतोष मोहन अग्निहोत्री से भी मामले की जांच और कार्यवाही की मांग की है।इसके अलावा किसी भी ग्रामीण के मकान पर बुलडोजर नहीं चलेगा, जो इस प्रकार की धमकी देगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।विधायक ने उपरोक्त मामले की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी करने की बात कही है।फिलहाल गांव के ग्रामीणों में हड़कंप और ऊहापोह की स्थित बनी हुई है।मूलचंद्र, अरविंद, रामलड़ैते, सुशील, रामसेवक, दिनेशचंद्र आदि बड़े संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट में मौजूद रहे।