
वाशिंगटन, अमेरिका। व्हाइट हाउस ने बुधवार देररात अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) की निदेशक सुजैन मोनारेज को टकराव के बाद बर्खास्त कर दिया। स्वास्थ्य सचिव रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर के कहने पर उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। संक्रामक रोग शोधकर्ता डॉ. मोनारेज को कैनेडी ने एक महीने पहले ही शपथ दिलाई थी।
द न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस टकराव पर प्रसारित अपनी खबर में कहा कि डॉ. मोनारेज का कैनेडी के साथ हाल ही में टीका नीति को लेकर टकराव हो गया था। डॉ. मोनारेज की नियुक्ति की पुष्टि सीनेट भी कर चुकी है। पूर्व के निदेशकों के साथ ऐसा कभी नहीं हुआ, इसलिए वह राष्ट्रपति की मर्जी पर निर्भर रहे। सीनेट की पुष्टि की वजह से कैनेडी के पास उन्हें हटाने का अधिकार नहीं था। दिनभर चले इस घटनाक्रम पर डॉ. सुजैन मोनारेज के वकीलों ने शाम के वक्त जोर देकर कहा कि वह यहीं रहेंगी। लेकिन रात 9:30 बजे राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप के प्रवक्ता कुश देसाई ने एक ई-मेल संदेश साझा कर कर कहा कि डॉ. मोनारेज को बर्खास्त कर दिया गया है।
डॉ. मोनारेज के वकीलों मार्क एस. ज़ैद और एब्बे लोवेल ने एक बयान में कहा कि डॉ. मोनारेज की स्थिति बड़े मुद्दे का प्रतीक है। जैद और लोवेल ने लिखा, “यह सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों को सुनियोजित रूप से ध्वस्त करने की साजिश है। डॉ. मोनारेज पर हमला हर अमेरिकी के लिए एक चेतावनी है।” कैनेडी और डॉ. मोनारेज के बीच कई दिनों से चल रहा टकराव बुधवार को सार्वजनिक रूप से सामने आया। दोपहर को स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग ने एक्स पर घोषणा की कि डॉ. मोनारेज अब सीडीसी की निदेशक नहीं हैं। इसके कुछ घंटों बाद वकील लोवेल और जैद ने विभाग के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि डॉ. मोनारेज़ ने “न तो इस्तीफा दिया है और न ही व्हाइट हाउस से उन्हें बर्खास्तगी की सूचना मिली है। ईमानदार और विज्ञान के प्रति समर्पित व्यक्ति होने के नाते वह इस्तीफा नहीं देंगी।”
इस नाटकीय घटनाक्रम के बाद सीडीसी की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डेबरा होउरी, डॉ. डेमेट्रे डस्कलाकिस, डॉ. डैनियल जर्निगन और डॉ. जेनिफर लेडेन ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। डॉ. डस्कलाकिस ने अपने सहयोगियों को लिखे ई-मेल में कहा, “सार्वजनिक स्वास्थ्य के निरंतर हथियारीकरण के कारण मैं अब इस भूमिका में सेवा नहीं कर पा रही हूं।” डॉ. जर्निगन एंथ्रेक्स स्वाइन फ्लू और कोविड काल में एजेंसी के कर्ता-धर्ता रहे हैं। डॉ. डस्कलाकिस ने देश को एमपॉक्स के प्रकोप से निपटने में मदद की है। डॉ. लेडेन ने कोविड रणनीतिक विज्ञान इकाई की स्थापना और डॉ. होउरी ने एजेंसी के ओपिओइड कार्यक्रम का ताना-बाना बुना।
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