
मंडी : चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे एक बार फिर ठप हो गया है और इस बार स्थिति बेहद गंभीर है। पंडोह डैम के समीप कैंची मोड़ पर हाईवे का बड़ा हिस्सा भारी बारिश के बाद पूरी तरह धंस गया। हालात ऐसे हैं कि यहां पैदल आवाजाही तक संभव नहीं है।
दरअसल, बीती रात बनाला के पास पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण हाईवे पहले से ही बंद था और बड़े वाहनों को नौ मील के पास रोक दिया गया था। आज सुबह बनाला में गिरे पत्थरों को हटा दिया गया, लेकिन उससे पहले ही कैंची मोड़ के पास हाईवे पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। अब इस हिस्से की मरम्मत या वैकल्पिक मार्ग बनाने में लंबा समय लग सकता है।
वाया कटौला मार्ग से जारी है यातायात
फिलहाल मंडी से कुल्लू तक वाया कटौला मार्ग पर आवाजाही बहाल है। इस मार्ग से छोटे वाहनों को एक-एक घंटे के अंतराल में छोड़ा जा रहा है। कुल्लू-मनाली आने-जाने के लिए यही एकमात्र विकल्प बचा है। हालांकि, कटौला मार्ग भी कन्नौज और अन्य स्थानों पर बार-बार बाधित हो रहा है।
2023 में भी आठ महीने रहा था बंद
यही इलाका 2023 की आपदा में भी प्रभावित हुआ था, जब पंडोह डैम में हाईवे का बड़ा हिस्सा धंस गया था। उस समय हाईवे को बहाल करने में आठ महीने लग गए थे। अब जिस स्थान पर धंसाव हुआ है, वहां वैकल्पिक मार्ग की संभावना भी बेहद कम नजर आ रही है।
सरकार और प्रशासन के लिए चुनौती
लगातार हो रहे धंसाव और भूस्खलन के चलते कुल्लू-मनाली के लिए सुरक्षित व स्थायी मार्ग तैयार करना सरकार और प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है। यदि जल्द वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो क्षेत्र की कनेक्टिविटी गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है।