लखीमपुर : झोलाछाप जीवा अस्पताल पर FIR दर्ज,बिना पंजीकरण और प्रशिक्षित डॉक्टर के हो रहे थे ऑपरेशन

गोला गोकर्णनाथ, लखीमपुर: झोलाछाप डॉक्टरों की मनमानी और लापरवाही ने एक बार फिर चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गोला क्षेत्र स्थित जीवा अस्पताल में बिना पंजीकरण एवं बिना किसी प्रशिक्षित डॉक्टर के सिजेरियन ऑपरेशन किया जा रहा था। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट के आधार पर संबंधित अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

सीएचसी गोला खीरी के अधीक्षक डॉ. गणेश कुमार द्वारा प्रभारी निरीक्षक, कोतवाली गोला को पत्र प्रेषित कर अस्पताल के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की गई थी। उक्त पत्र में बताया गया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखीमपुर खीरी के निर्देश पर गठित जांच समिति ने 1 जुलाई 2025 को मौके पर पहुंचकर अस्पताल का निरीक्षण किया। जांच में सामने आया कि जीवा अस्पताल न केवल पंजीकरण रहित है, बल्कि वहां बिना किसी मान्यता प्राप्त डिग्रीधारी डॉक्टर के ऑपरेशन जैसे गंभीर कार्य किए जा रहे हैं। विशेष रूप से, वहां एक महिला का सिजेरियन ऑपरेशन किया गया था, जो न केवल कानूनन गलत है बल्कि मरीज की जान के साथ सीधा खिलवाड़ भी है।

स्वास्थ्य विभाग ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध क्लीनिकल एस्टैब्लिशमेंट एक्ट 2010 के उल्लंघन, साथ ही भारत न्याय संहिता की धारा 223, 183 व 15(2) के तहत वैधानिक कार्रवाई की संस्तुति की है। प्राप्त दस्तावेजों में जांच समिति की रिपोर्ट, मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आदेश और डॉ. गणेश कुमार के आधार कार्ड की प्रति को साक्ष्य के रूप में संलग्न किया गया है।

गोला पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है और उपनिरीक्षक मोहम्मद अनीस को जांच सौंप दी है। पुलिस अब इस मामले की गहराई से पड़ताल कर रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही जा रही है।

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