एचआरटीसी को 732 रूटों पर घाटा, तीन साल में 126 रूट किए गए बंद

शिमला : हिमाचल प्रदेश में लोगों के आवागमन की रीढ़ मानी जाने वाली हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के कई रूट घाटे में चल रहे हैं। प्रदेश विधानसभा में बुधवार को इस बात का खुलासा उपमुख्यमंत्री एवं परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार द्वारा पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में एचआरटीसी कुल 773 रूटों पर बस सेवाएं उपलब्ध करवा रही है। इनमें से 732 रूट घाटे में चल रहे हैं। इनमें 589 इंटर-स्टेट रूट और 143 राज्य के भीतर लंबी दूरी के रूट शामिल हैं। केवल कुछ रूट ही लाभ में हैं। एचआरटीसी ने बीते तीन वर्षों में 31 जुलाई 2025 तक 68 नए रूट शुरू किए हैं, वहीं 126 रूट बंद भी करने पड़े हैं।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि एचआरटीसी की 629 बस सेवाएं इंटर-स्टेट मार्गों पर चल रही हैं, लेकिन इनमें से 589 घाटे में हैं। इसी तरह राज्य के भीतर 144 लंबी दूरी के रूट संचालित हैं, जिनमें से 143 घाटे में जा रहे हैं।

बंजार में 27 रूट बंद

बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी के सवाल के लिखित जवाब में उपमुख्यमंत्री ने बताया कि बंजार क्षेत्र में एचआरटीसी के कुल 28 रूट हैं। इनमें से 27 रूट बंद हो चुके हैं। इनमें से 26 रूट भारी बारिश और भूस्खलन के कारण अस्थायी तौर पर बंद हैं, जबकि एक रूट यात्रियों की कम उपलब्धता के कारण बंद किया गया है। वर्तमान में केवल एक रूट ही सुचारू रूप से चल रहा है। इसके अलावा निजी क्षेत्र के कुल 23 स्टेज कैरिज रूट भी भारी वर्षा और बाढ़ के चलते बंद पड़े हैं।

सरकाघाट डिपो में 56 पद खाली

सरकाघाट के विधायक दलीप ठाकुर के सवाल के लिखित जवाब में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि सरकाघाट डिपो में एचआरटीसी के कुल 282 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 56 पद रिक्त हैं। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इसमें 11 पद मिनिस्ट्रियल स्टाफ, 5 तकनीकी स्टाफ, 26 ऑपरेशनल स्टाफ, 2 स्टोर स्टाफ और 12 अन्य पद खाली हैं। डिपो में इस समय 26 बसें जीरो वैल्यू की हैं, जिनमें से 25 बसें अच्छी स्थिति में होने के कारण रूटों पर चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि निगम जल्द ही 327 ई-बसें, 250 साधारण डीजल बसें और 100 मिनी बसें खरीदने जा रहा है, जिन्हें आवश्यकतानुसार संबंधित डिपुओं को उपलब्ध करवाया जाएगा।

3 साल में खरीदी गईं 35 ई-बसें

जसंवा प्रागपुर के विधायक विक्रम सिंह ठाकर के सवाल के लिखित जवाब में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में एचआरटीसी ने 35 ई-बसें खरीदी हैं। इनमें से 20 बसें शिमला के ढली क्षेत्र में और 15 बसें धर्मशाला क्षेत्र में चलाई जा रही हैं। इन ई-बसों के कारण प्रतिदिन औसतन 1400 लीटर डीजल की बचत हो रही है और प्रदूषण में भी कमी आई है। ई-बसों की सुविधा के लिए निगम ने प्रदेश के 13 स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए हैं। इनमें ढली, सुन्नी, पुराना बस अड्डा शिमला, नया बस अड्डा टूटीकंडी, सोलन, मनाली, कुल्लू, मंडी बस अड्डा, मंडी कर्मशाला, बिलासपुर, केलांग और धर्मशाला बस अड्डा शामिल हैं।

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