
नई दिल्ली। एक तरफ जहां न्याय के चक्कर में साल दर साल बीतती चली जाती है, लेकिन लोगों को इंसाफ पाने के लिए दर-दर ठोकरे खाने के बाद लंबा इंतजार तक करना पड़ जाता है, तो वहीं दूसरी ओर एक बानगी ही कहा जाए कि नगर निगम के एक उच्चाधिकारी को जैसे ही पूरे मामले की जानकारी प्राप्त हुई, तो उन्होंने त्वरित कार्रवाई कर बुजुर्ग महिला को इंसाफ दिलाने का भरोसा दिलाया, जिसके बाद निगम अधिकारियों की टीम और पुलिस विभाग की मदद से एक अवैध मकान पर डेमोलेशन की कार्रवाई कर तोड़फोड़ की शुरुआत की गई, बता दें कि दिल्ली नगर निगम नरेला जोन उपायुक्त राकेश कुमार ने एक बुजुर्ग महिला को करीबन 7 साल बाद इंसाफ दिलाया है। सूत्रो ने अनुसार, नांगलोई में स्थित राजधानी पार्क इलाके में सार्वजनिक गली नंबर 19 को जबरन घेर कर कुछ दबंगों ने संपत्ति संख्या एफ-140 में अवैध तरीके से मकान बनाया गया था, जिस कारण पूरी गली बंद हो गई, साथ ही दबंगों ने पीड़ित महिला संतोष यादव के मकान को दवा दिया गया था। पीड़ित महिला ने दबंगों से अनुरोध करते हुए कहा था कि थोड़ा गली को छोड़ कर मकान बनाए, लेकिन दबंगों ने महिला को डरा धमकाकर शांत बैठा दिया गया, जिसके बाद विभाग से बिना भय खाए अवैध तरीके से निर्माण कार्य को पूरा किया गया। हालाकि विभाग से संपत्ति संख्या एफ-140 को बिना नक्शे पास कराए तैयार किया गया है। बता दें कि नगर निगम नरेला जोन उपायुक्त राकेश कुमार को अवैध निर्माण की भनक होते ही कनिष्ठ अभियंता हरिओम मीणा को तुरंत जांच के आदेश दिए गए, उपायुक्त राजेश कुमार के निर्देश अनुसार कनिष्ठ अभियंता हरिओम मीणा ने अपनी टीम और नांगलोई थाना के एसएचओ पवन तोमर की मद्द संपत्ति संख्या एफ-140 अवैध मकान पर डेमोलेशन की कार्रवाई कर तोड़फोड़ की बौछार की गई। इस मामले को लेकर पीड़ित बुजुर्ग महिला संतोष यादव मजबूरन 2018 में कोर्ट की शरण में पहुंच गई थी, जिसको ध्यान में रखते हुए उपायुक्त राकेश कुमार ने पुलिस की मदद से पूरे मकान पर तोड़फोड़ की पूरी कार्यवाई की गई, साथ ही संपत्ति मालिक को हिदायत दी गई है कि अगर दुबारा अवैध निर्माण किया गया, तो विभाग द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आखिरकार लम्बी लड़ाई के बाद बुजुर्ग महिला को नगर निगम विभाग द्वारा राहत मिली है, साथ ही अनाधिकृत तरीके से मकान हरपने वालों पर कार्रवाई की गई।