
हमीरपुर : लगातार हो रही बारिश के चलते बांधों से छोड़े जा रहे पानी से यमुना-बेतवा नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ना शुरू हो गया है। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है, वहीं बेतवा महज 2 मीटर पीछे है। एक बार फिर बाढ़ की आशंका से तटीय इलाकों में निवास कर रहे लोगों की नींद उड़ गई है। नदियों के जलस्तर में वृद्धि के चलते प्रशासन भी अलर्ट मोड पर आ गया है।
राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से मुख्यालय से होकर गुजरने वाली यमुना और बेतवा नदियों का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है।
इस तरह बढ़ रहा पानी
सोमवार सुबह 8 बजे यमुना नदी का जलस्तर 101.570 मीटर और बेतवा नदी का जलस्तर 100.950 मीटर था। मंगलवार सुबह 8 बजे यमुना खतरे के निशान पर 103.040 मीटर और बेतवा डेंजर जोन से 2 मीटर नीचे 102.320 मीटर पर पहुंच गई। दोनों नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। दोपहर 2 बजे तक यमुना खतरे के निशान को पार कर 103.160 मीटर और बेतवा का जलस्तर 102.430 मीटर तक पहुंच गया था।
मौदहा बांध के सहायक अभियंता सर्वजीत वर्मा ने बताया कि कोटा बैराज से 4971 क्यूसेक, लहचूरा बांध से 13100 क्यूसेक और सबसे अधिक माताटीला बांध से 21072 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके अलावा मौदहा बांध से भी 1000 क्यूसेक पानी की निकासी की गई है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में यमुना नदी के जलस्तर में प्रति घंटे 0.10 मीटर की वृद्धि हो रही है। साथ ही यह भी कहा कि यमुना-बेतवा की सहायक नदियों में पानी घटना शुरू हो गया है, इसलिए संभावना है कि यमुना और बेतवा महज डेंजर जोन को छूकर वापस नीचे आ जाएंगी।
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