
कुल्लू : कुल्लू जिले में सोमवार देर रात हुई भारी बारिश के बाद व्यास नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया। बाहंग क्षेत्र में लगभग पांच दुकानें नदी में समा गईं, जबकि प्रसिद्ध शेरे पंजाब रेस्टोरेंट का केवल अगला हिस्सा ही बच पाया है। रेस्टोरेंट का शेष भाग बाढ़ के तेज बहाव में बह गया। इसके अलावा दो रिहायशी मकान भी नदी की चपेट में आकर पूरी तरह तबाह हो गए।
नदी के किनारे बसे कस्बों और गांवों में लोग पूरी रात दहशत में रहे और नींद नहीं ले सके। लगातार दो दिनों से हो रही बारिश के कारण व्यास नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे हालात गंभीर हो गए हैं।
बाढ़ की वजह से मनाली-लेह मार्ग बाधित हो गया है। मनाली से लगभग एक किलोमीटर आगे, वशिष्ठ चौक के समीप व्यास नदी ने सड़क के करीब 200 मीटर हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया है। यदि बारिश का सिलसिला यूं ही जारी रहा, तो और भी सड़क मार्ग बहाव में बह सकते हैं। मनाली के प्रवेश द्वार पर स्थित वोल्वो बस स्टैंड को भी गंभीर नुकसान पहुंचा है।
क्लॉथ और आलू ग्राउंड क्षेत्र में सड़क मार्ग को व्यास नदी की बाढ़ से भारी क्षति पहुंची है। ओल्ड मनाली में भी कई भवनों को नुकसान हुआ है। कुल्लू-मनाली मार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। लेफ्ट बैंक मार्ग पर छुरड़ में सड़क पूरी तरह तबाह हो चुकी है और उससे सटे भवन खतरे की जद में हैं।
भुंतर क्षेत्र में खोखन नाला उफान पर है। शूरढ में एक निर्माणाधीन तीन मंजिला महिला भवन बारिश के चलते देखते ही देखते ध्वस्त हो गया। मणिकर्ण घाटी में पहाड़ियों से लगातार पत्थर और मलबा गिर रहा है, जिससे क्षेत्र में खतरा और अधिक बढ़ गया है।
लगघाटी और बालीचौकी क्षेत्रों में भी भारी नुकसान हुआ है। कई मकान ढह चुके हैं जबकि कुछ गिरने की कगार पर हैं। फिलहाल घाटी में बारिश का सिलसिला थम नहीं रहा है और हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।
प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं, लेकिन खराब मौसम और लगातार बारिश से काम में बाधाएं आ रही हैं। स्थानीय लोगों से सतर्कता बरतने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है।