
बस्ती : सरकारी धन का गबन करना प्रधान सचिव के लिए मुसीबत बन गया है। दुबौलिया ब्लॉक के महुलानी गांव में ग्रामीणों की शिकायत पर हुई जांच प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जांच अधिकारियों ने गांव में हुए विकास कार्यों में कई लाख रुपये की गड़बड़ी की रिपोर्ट डीएम को प्रेषित कर दी है। डीएम ने नोटिस जारी करते हुए शिकायतकर्ता को कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
दुबौलिया ब्लॉक के महुलानी गांव के बुजुर्ग मो नईंम ने 28 फरवरी 2025 को सीएम पोर्टल और डीएम को शिकायती पत्र देकर अवगत कराया था कि गांव में विकास कार्य के नाम पर फर्जीवाड़ा करके सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीपीआरओ को जांच के निर्देश दिए थे।
25 मार्च को जिला लेखा परीक्षा अधिकारी अनिल सिंह और पीडब्ल्यूडी के जेई आकाश वर्मा की संयुक्त टीम ने ग्राम पंचायत में हुए विकास कार्यों की जांच की। जांच में पाया गया कि:
राम चरित्र मशीन से शिवमूर्ति के चक तक मिट्टी कार्य में ₹88,974 का गबन
साइन बोर्ड के नाम पर ₹66,180 का गबन
नेपाल के चक से कब्रिस्तान तक मिट्टी कार्य में ₹1,02,876 का गबन
ग्राम पंचायत में अन्य विकास कार्यों में भी गड़बड़ी हुई
जांच टीम ने 13 जून को अपनी रिपोर्ट डीएम को भेजी और 16 अगस्त को पुनः राम चरित्र मशीन से पदमापुर के सरहद तक हुए मिट्टी कार्य की जांच की। इस परियोजना पर बिना काम किए ही ₹97,623 मनरेगा से भुगतान किए गए।
जांच रिपोर्ट में प्रधान और सचिव को दोषी पाया गया। जिला लेखा परीक्षा अधिकारी अनिल सिंह ने बताया कि जांच पूरी हो चुकी है और रिपोर्ट डीएम को भेज दी गई है। मामले में प्रधान, सचिव और तकनीकी अधिकारी दोषी पाए गए हैं।