
इस्लामाबाद (पाकिस्तान) : पाकिस्तान के सैनिक कराची और बलूचिस्तान के केच जिले में अलग-अलग घटनाओं में कम से कम तीन युवकों को कथित तौर पर उठा ले गए। मुल्ला बख्श के बेटे दाद करीम और वाहिद बख्श के बेटे शोएब अहमद को 24 अगस्त को कराची के मलीर इलाके से उठाया गया। दोनों एक ही परिवार के हैं और मूल रूप से केच जिले के गेबुन के रहने वाले हैं। उस्मान मकबूल को भी कथित तौर पर सुरक्षा बल उठा ले गए हैं।
द बलोचिस्तान पोस्ट की स्थानीय सूत्रों के हवाले से प्रसारित खबर में कहा गया है कि उस्मान मकबूल को इससे पहले 2019 में भी सेना के जवान उठा ले गए थे। लंबी जद्दोजहद के बाद उसे 2021 में छोड़ा गया। सुरक्षा बलों ने रविवार शाम ग्वादर के कुलदान और गुब्द इलाकों में पांच लोगों को हिरासत में लिया। इसके बाद पांचों को पीटते हुए फ्रंटियर कोर के तीन वाहनों से कहीं ले जाया गया। इनमें से तीन की पहचान सिराज पुत्र पीर मोहम्मद, वसीम पुत्र लाल मोहम्मद और वहीद पुत्र मुराद के रूप में हुई है। बाकी दो की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
बताया गया है कि 23 अगस्त को भी ऐसी ही वारदात मालिर के सादिक गांव में हुई है। सेना और पुलिस के जवान 26 वर्षीय सादिक मुराद को उठा ले गए हैं। परिवार ने कराची प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनकी तत्काल रिहाई की मांग की। मानवाधिकार समूह अक्सर पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों पर इसमें शामिल होने का आरोप लगाते रहे हैं। संघीय अधिकारी ऐसे आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं।