
जैदपुर, बाराबंकी: प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में धांधली और मनमानी के गंभीर आरोप लगे हैं। नगर पंचायत प्रशासन के निचले स्तर के कर्मचारियों, यहां तक कि सफाईकर्मियों से भी आवास पात्रता की जांच कराई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि यह जांच महज खानापूरी बनकर रह गई है और असल में लाभ पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि के खास लोगों तक ही पहुंच रहा है।
गरीबों को नहीं मिल पा रहा हक
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति अध्यक्ष प्रतिनिधि का समर्थक है तो उसका आवास पक्का है, वरना पात्र गरीब भी योजना से वंचित कर दिया जाता है। इससे आम जनता में आक्रोश व्याप्त है और लोग प्रशासनिक स्तर पर निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
पूर्व सभासदों ने जताई आपत्ति
पूर्व सभासद मो. उमेर अंसारी, अब्दुल हलीम खान और मसीहुर्रहमान अंसारी ने कहा कि प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना की जांच पूरी तरह मनमाने तरीके से हो रही है। यह सरकार की मंशा के विपरीत है। योजना का लाभ केवल पात्र गरीबों तक ही पहुंचना चाहिए।
जिलाधिकारी से करेंगे शिकायत
पूर्व सभासदों ने बताया कि वे जिलाधिकारी को शिकायती पत्र भेजकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे। लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन सख्ती से जांच नहीं करता तो गरीबों का हक इसी तरह छीना जाता रहेगा।
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