हमीरपुर : किन्नरों के भरथरी नृत्य के साथ शुरू होगा तीजा महोत्सव

सुमेरपुर, हमीरपुर : कस्बे के ऐतिहासिक तीजा मेले का आगाज सोमवार की शाम किन्नरों के भरथरी नृत्य से होगा। किन्नर नाचते-गाते कस्बे के बड़े घरानों के दरवाजे पर पहुंचकर तीजा महोत्सव की शोभायात्रा में शामिल होने का आमंत्रण देंगे। इसी के साथ तीन दिन के ऐतिहासिक तीजा मेले का शुभारंभ होगा। भरथरी कार्यक्रम में जिले के अलावा महोबा, बांदा, चित्रकूट, जालौन, झांसी, कानपुर आदि के किन्नर शिरकत करेंगे।

कस्बे का ऐतिहासिक तीजा मेला कई परंपराओं को समेटे हुए है। इन्हीं परंपराओं में एक परंपरा किन्नरों के भरथरी नृत्य की है। बड़े घरानों को शोभायात्रा में शामिल होने के लिए एक दिन पूर्व आमंत्रित करने की शुरुआत कस्बे के स्वर्गीय मुन्ना सिंह के हाता से होती है। इस वर्ष यह परंपरा सोमवार की शाम से शुरू होगी। मुन्ना सिंह के हाता से शुरू होकर यह सर्वप्रथम श्रीकृष्ण मंदिर पहुंचेगी। यहां से यह नाचते-गाते कस्बे की छोटी बाजार और चांद थोक के बड़े घरानों के दरवाजे पहुंचकर अगले दिन शुरू होने वाली शोभायात्रा में शामिल होने का आमंत्रण देंगे और नेग मांगेंगे।

लोग हंसी-खुशी श्रद्धानुसार नेग देकर किन्नरों को विदा करते हुए शोभायात्रा में शामिल होने का आश्वासन देते हैं। इसके बाद देर रात तक यह कार्यक्रम मुन्ना सिंह के दरवाजे पर चलता है। अगली सुबह शोभायात्रा में शामिल होने के लिए किन्नर पुनः सजधज कर यहीं पर एकत्र होते हैं और गाते-बजाते श्रीकृष्ण मंदिर पहुंचकर शोभायात्रा में शामिल होते हैं।

कस्बे के निवासी भोला सिंह, राजकुमार द्विवेदी, राधेश्याम तिवारी, अरुण प्रकाश तिवारी, राकेश तिवारी आदि ने बताया कि इस परंपरा को वह लोग बचपन से देखते आ रहे हैं। पूर्वज बताते थे कि यह परंपरा सैकड़ों वर्षों से होती चली आ रही है। इसका उद्देश्य महज एक-दूसरे को तीजा मेले में आमंत्रित करना था, जिसका निर्वहन आज भी शिद्दत के साथ किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें: सीतपुर : यूरिया नहीं मिलने पर किसानों ने बम्बेरा सोसाइटी पर धरना शुरू किया

हरदोई : बाइक-ट्रैक्टर टक्कर में पिता-पुत्री की मौत, युवक गंभीर रूप से घायल

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें