जौनपुर : शाहगंज के मतदाताओं ने सुनाई दर्दभरी आपबीती, प्रशासन पर उठे सवाल

जौनपुर। बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी वोट चोरी को लेकर सियासत गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा हैं कि जौनपुर के शाहगंज विधानसभा क्षेत्र में कुर्मी, मौर्य, बेनवंशी और पाल समाज के वोट जबरन छीने गए।

अखिलेश यादव ने शपथपत्रों और नामों का हवाला देते हुए लिखा कि “भाजपा ने पीडीए समाज का वोट हटवाकर लोकतांत्रिक हक छीना। अब यह समाज ठान चुका है कि भाजपा को हमेशा के लिए हटा देगा।” अखिलेश के आरोपों पर जौनपुर, कासगंज और बाराबंकी के जिलाधिकारी हरकत में आ गए और उन्हें “भ्रामक व निराधार” बताया। लेकिन मीडिया पड़ताल में शाहगंज विधानसभा के कई मतदाताओं ने अखिलेश यादव के दावों की पुष्टि की।

ग्रामीण वोटरों ने बताया कि बीएलओ ने वोटर पर्ची दी थी, लेकिन पोलिंग बूथ पर पीठासीन अधिकारी की लिस्ट में उनका नाम ही नहीं था। वोट नहीं डाल पाने से नाराज ग्रामीणों ने इसे खुली धांधली करार दिया। वही ज़ब अखिलेश यादव की पोस्ट वायरल होने के बाद एसडीएम, तहसीलदार और राजस्व विभाग की टीम गांव पहुंची। अधिकारियों ने ग्रामीणों से कहा नाम कटा नहीं था, शायद लिस्ट का पेज फट गया होगा। आगे ऐसी गड़बड़ी नहीं होगी।

लेकिन जब मीडिया ने सवाल किए तो अधिकारी कैमरे से बचते नजर आए और बिना जवाब दिए वहां से निकल गए। दूसरी तरफ मतदाताओं का आरोप है कि उनसे जबरन यह लिखवाया गया कि उनका नाम वोटर लिस्ट में है और उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि यह कदम केवल मामले को दबाने की कोशिश है। अब सवाल यही है कि क्या वोटरों की शिकायतों पर ठोस कार्रवाई होगी या यह मामला सिर्फ राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तक ही सीमित रह जाएगा?

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