लखीमपुर खीरी : वन रक्षक प्रशिक्षणार्थियों ने लिया दुधवा के वन्यजीवन का गहन अनुभव

लखीमपुर खीरी : कार्यालय प्रभागीय निदेशक, सामाजिक वानिकी वन प्रभाग आगरा द्वारा आयोजित शैक्षिक भ्रमण के तहत वन रक्षक प्रशिक्षण केंद्र बाईपुर, आगरा के 35 प्रशिक्षणार्थियों ने दुधवा टाइगर रिजर्व में दो दिवसीय फील्ड भ्रमण कर वन्यजीवों और जंगल की जीवनशैली का नजदीक से अनुभव लिया। यह भ्रमण जगदीश आर., उपनिदेशक, दुधवा टाइगर रिजर्व प्रभाग, पलिया खीरी के निर्देशन में सम्पन्न हुआ।

भ्रमण के पहले दिन प्रशिक्षणार्थियों को दीपक कुमार पाण्डेय, उप प्रभागीय वनाधिकारी के नेतृत्व में गैण्डा क्षेत्र का भ्रमण कराया गया। इस दौरान दक्षिण सोनारीपुर क्षेत्रीय वन अधिकारी सुरेंद्र कुमार, बायोलॉजिस्ट अपूर्व और आउटरीच प्रोग्रामर विपिन कपूर सैनी ने दुधवा में पाए जाने वाले एक सींग वाले गैंडे के इतिहास, उनके स्वभाव, पसंद-नापसंद और संरक्षण प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षणार्थियों ने जंगल में पैदल भ्रमण कर वन्यजीवों को नजदीक से समझने का अनुभव प्राप्त किया।

दूसरे दिन सभी प्रशिक्षणार्थियों को सठियाना रेंज का लगभग 12 किलोमीटर का सीमावर्ती क्षेत्र अभिषेक सिगतिया, क्षेत्रीय वन अधिकारी, सठियाना के नेतृत्व में पैदल भ्रमण कराया गया। इस दौरान पेट्रोलिंग, जहरीले कीड़े-मकोड़ों और मांसाहारी जीव-जंतुओं से बचाव, तथा जंगल में प्रभावी गश्त सुनिश्चित करने के विभिन्न तरीकों की जानकारी बायोलॉजिस्ट श्री अपूर्व और विपिन कपूर सैनी ने दी।

इसी बीच सठियाना रेंज के सुमेरनगर स्टाफ ने सतर्कता दिखाते हुए क्षेत्र से एक अजगर का सफल रेस्क्यू किया। अजगर को पकड़कर सुरक्षित स्थान पर जंगल में छोड़ दिया गया। वन विभाग की इस त्वरित कार्रवाई को स्थानीय लोगों ने सराहा।

इस शैक्षिक भ्रमण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों ने जंगल के पारिस्थितिकी तंत्र, वन्यजीव संरक्षण और प्रभावी पेट्रोलिंग की बारीकियों पर विस्तृत जानकारी हासिल की। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ऐसे भ्रमण नए वनकर्मियों के लिए बेहद जरूरी हैं ताकि वे जमीनी हकीकत समझकर बेहतर ढंग से अपनी जिम्मेदारियां निभा सकें।

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